सिटी पोस्ट लाइव : सीतामढ़ी जिले मे बागमती नदी से कई जगहो पर कटाव जारी है। सरकार से लेकर जिला प्रशासन संभावित बाढ़ के कार्य मे जुट गया है। लेकिन वर्षो से कुम्भ करण की नींद सोने वाली सरकार को बांध मरमत की याद तब आती है। जब सैकड़ो किसानों की खेती योग्य जमीन बाढ़ के पानी की बलि चढ़ जाती है। ग्रामीणों और किसानों का कहना है कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी इस मामले मे लापरवाही बरत रहे हैं।
जिसका परिणाम हर वर्ष उनके जैसे सैकड़ो किसानों को झेलना पड़ता है। हालात यह है कि बागमती नदी के कटाव की वजह से तेजी से किसानो के खेती योग्य जमीन नदी मे समाती जा रही है जिसके कारण किसानो मे हाहाकार की स्थिति मची हुई है। सीतामढ़ी के सुप्पी प्रखंड के जमला परसा और अख्ता गांव मे बागमती नदी के तेज धारा मे किसानो की बेशकीमती जमीन नदी मे समा जाने के बाद अधिकारियों की नींद टूटी। बतादे की इस कटाव की वजह से सीतामढ़ी के सुप्पी प्रखंड के जमला परसा गांव के अस्तित्व पर भी संकट मंडरा रहा है।