रामगढ़: स्कूल प्रबंधन मैट्रिक जैसे संवेदनशील परीक्षा में भी छात्रों के प्रति अपनी सहानुभूति दिखाने से गुरेज कर रहा है। बुधवार को रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध डीएवी बरकाकाना स्कूल में यही नजारा दिखा। यहां बुंडू तमाड़ से आए हुए 8 छात्रों को सिर्फ 5 मिनट लेट होने की वजह से मैट्रिक जैसे संवेदनशील परीक्षा से वंचित कर दिया गया। स्कूल की प्राचार्या डॉ उर्मिला सिंह ने यह भी नहीं सोचा कि इस महत्वपूर्ण परीक्षा में वंचित होने से छात्रों का पूरा 1 साल बर्बाद हो जाएगा। पांच मिनट लेट होने की वजह से छात्रों के लिए स्कूल का गेट नहीं खोला गया।
दरअसल श्री अग्रसेन पब्लिक स्कूल, बुंडू के छात्रों का सेंटर रामगढ़ के डीएवी बरकाकाना में पड़ा हुआ था। बुधवार को इंग्लिश की परीक्षा थी। जिसके लिए 10:00 बजे का रिपोर्टिंग टाइम निर्धारित किया गया था। यह परीक्षा 10:30 बजे शुरू होने वाली थी। बुंडू से आने के क्रम में गाड़ी लेट हुई और बच्चे 10:05 में डीएवी बरकाकाना के गेट पर पहुंचे। वहां उन लोगों के लिए गेट नहीं खोला गया। मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि वे लोग 5 मिनट लेट है, इसलिए उनके लिए गेट नहीं खुलेगा।
पांच मिनट की वजह से छात्र बेहद मायूस हुए और उनके अंदर का गुस्सा फूट पड़ा। छात्रों ने सड़क जाम कर दिया और डीएवी बरकाकाना के प्राचार्या के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे बरकाकाना ओपी पुलिस ने भी पूरे मामले की जानकारी ली और छात्रों को समझा-बुझाकर सड़क जाम समाप्त कराया। परीक्षा से वंचित हुए श्री अग्रसेन पब्लिक स्कूल के छात्र अंशुमान कुमार, बालेश्वर प्रमाणिक, सूरज कुमार महतो, अंकुश कुमार महतो, अंश कुमार मांझी, कपिल महतो आदि ने बताया कि उन लोगों ने इस मामले की जानकारी रामगढ़ डीसी माधवी मिश्रा को भी दी। लेकिन कोई पहल नहीं हो पाई। अंततः उनकी परीक्षा छूट ही गई।