रांची: राजधानी रांची के मेन रोड में गत शुक्रवार को हुए उपद्रव और पथराव के बाद घायल कुल 13 लोगों का इलाज रांची के रिम्स में चल रहा था। वर्तमान में आठ लोगों का इलाज रिम्स में चल रहा है। यह जानकारी रविवार को रिम्स अस्पताल के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेन्द्र बिरुआ, चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी और पीआरओ डॉ कृष्ण मुरारी ने दी।
डॉ हीरेन्द्र बिरुआ ने बताया कि दस जून को रांची के मेन रोड में हुए हिंसक झड़प में कुल 13 लोग घायल हुए थे। इन घायलों को रिम्स में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि घायलों में तीन को इमरजेंसी विभाग में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गयी थी जबकि तीन की स्थिति गंभीर थी। इलाज के क्रम में शुक्रवार को दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मोहम्मद मुद्दसिर उर्फ कैफी और साहिल हैं।
बिरुआ ने बताया कि गोलीबारी में घायल नदीम अंसारी का इलाज रिम्स के न्यू ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में चल रहा है। उसके गले में गोली लगी है। इस वजह से सिर में खून का थक्का जम गया है। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्होंने बताया कि घायलों में मोहम्मद अफसर, सरफराज, मोहम्मद तबारक, मोहम्मद उस्मान, साबिर अंसारी, शाहबाज हैं। उन्होंने बताया कि सभी को सर्जरी आईसीयू से डेंगू वार्ड (आइसोलेशन) में शिफ्ट किया गया है।
इसके अलावा जैप-तीन के जवान अखिलेश कुमार के पांव में गोली लगी थी। गोली को बाहर निकल दिया गया है। पैर के फ्रैक्चर का इलाज कर दिया गया है। हालांकि, वह रिम्स के ऑर्थोपेडिक विभाग में भर्ती है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद अफसर के बाएं जांघ में छर्रा फंसा हुआ है जबकि मोहम्मद सरफराज के कमर के पीछे के हिस्से में छर्रा फंसा हुआ है। रेडियो ओपेक्स जांच में इसकी पुष्टि हुई है उन्होंने बताया कि मोहम्मद मुद्दसिर उर्फ कैफी और साहिल के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी में किया गया था। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आया है। रिम्स में भी बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।