बिहार केसरी डॉ श्रीकृष्ण सिंह की 59वीं पुण्यतिथि पर डॉ. महाचन्द्र प्रसाद ने दी श्रधांजली
सिटी पोस्ट लाइव : कौटिल्य नगर विधायक कॉलोनी में माननीय पूर्व मंत्री डॉ. महाचन्द्र प्रसाद सिंह के आवास पर बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉ श्रीकृष्ण का 59वॉ पुण्यतिथि सह श्रधांजलि सभा का अयोजन किया गया । श्रधांजलि सभा को संबोधित करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि आघुनिक बिहार के निर्माता डा. श्री कृष्ण सिंह स्वतंत्रता-संग्राम के अग्रणी सेनानियों में से रहे है. इनका का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र एवं जन-सेवा के लिये समर्पित था. स्वाधीनता की प्राप्ति के बाद बिहार के नवनिर्माण के लिए उन्होंने जो कुछ किया उसके लिए बिहारवासी सदा उनके ऋणी रहेंगे. श्री बाबु ने बिहार में विकास की ऐसी नीव तैयार कर दी थी, जिसपर बाद के दिनों तक चर्चा होती रही. बिहार में श्रीबाबू को सामाजिक सुधार और न्याय का पुरोधा माना जाता है.
श्रीबाबू के कार्यकाल में बिहार में जहां जमींदारी प्रथा समाप्त हुई, वहीं उनके कार्यकाल में बिहार में एशिया का सबसे बड़ा इंजीनइरिंग उद्योग, हैवी इंजीनीयरिंग कॉरपोरेशन, भारत का सबसे बड़ा बोकारो इस्पात प्लांट, देश का पहला खाद कारखाना सिंदरी में, बरौनी रिफाइनरी, बरौनी थर्मल पॉवर प्लांट, पतरातू थर्मल पॉवर प्लांट, मैथन हाइडेल पावर स्टेशन एवं कई अन्य नदी घाटी परियोजनाएं स्थापित किया गया. वह एक नेता थे जिनकी दृष्टि कृषि और उद्योग दोनों के संदर्भ में बिहार को पूरी तरह से विकसित राज्य के रूप में देखना था.
डॉ सिंह ने आगे कहा कि में कहां कि अगर आज श्री बाबू जिंदा होते तो वर्तमान सरकार द्वारा लिए गए धारा 370 के पक्ष में सरकार द्वारा लिए गए फैसले एवं नागरिकता संसोधन कानून के साथ खड़े होते । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जी ने कश्मीर से धारा 370 हटा कर एक भारत एक संविधान के सपने को साकार किया है। नागरिकता संसोधन कानून से लोकतंत्र मजबूत हुआ इससे किसी की नागरिकता छीनी नही जाएगी बल्कि पड़ोसी देशों से प्रताड़ित हो कर आये सरणार्थिओं को नागरिकता दी जाएगी ।