धोनी ने इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम के प्रशिक्षण की बनायी कार्ययोजना

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार महेंद्र सिंह धोनी ने किसी मैच में चौके या छक्के की बरसात नहीं की है बल्कि रांची स्थित अपने फार्म हाउस में ऑर्गेनिक खेती करके  सबको चौका दिया है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रांची स्थित  फार्म हाउस का नाम है ईजा। उनकी पत्नी साक्षी सिंह धोनी की जन्मस्थली उत्तराखंड में ईजा भाषा का शाब्दिक अर्थ होता है- मां। एमएस धोनी के फार्म हाउस ‘‘ईजा’’ के मेन गेट पर लिखा हुआ है- ‘‘ग्रोविंग विद लव’’, अर्थात प्रेम के साथ वृद्धि। धोनी इन दिनों इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम (आईएफएस) के तहत ऑर्गेनिक खेती कर सब्जियों के अलावा डेयरी फार्म से दूध और तालाब की मछलियों को बेच कर चर्चा है, वहीं उन्होंने सेहत के फायदेमंद कड़कनाथ मुर्गा की भी फॉर्मिंग करने की योजना बनायी है। धोनी खुद इंटीग्रेटेड फार्मिंग कर झारखंड के अलावा देशभर के किसानों को प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराना चाहते है और युवाओं का खेती-किसानी तथा पशुपालन को लेकर नजरिया भी बदलने का इरादा रखते है।

रांची के राजकुमार महेंद्र सिंह धोनी  क्रिकेट में धमाल मचाने के बाद अब खेती में भी झारखंड समेत देश और दुनिया में अपना  नाम रौशन कर रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी रांची के नगड़ी प्रखंड अंतर्गत हल्हू गांव में लगभग 43 एकड़ भूमि पर इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम यानी आई एफ एस के तहत खेती, बागवानी और पशुपालन कर रहे हैं। फार्मिंग टीम के सलाहकार परामर्शी  रौशन कुमार बताते हैं की फिलहाल आम अमरूद, पपीता, स्ट्रॉबेरी, गोभी, प्याज और टमाटर की खेती की बड़े पैमाने पर की जा रही है।उन्होंने बताया कि फॉर्म हाउस में मिक्स फॉर्मिग की जा रही है, यहां  आम अमरूद, पपीता, स्ट्रॉबेरी, गोभी, प्याज और टमाटर की उन्नत किस्म की खेती की जाती है।

रौशन कुमार ने बताया कि फार्म हाउस में साहिवाल और 73 एचएफ जैसी उन्नत नस्ल की पचहत्तर गाय पाली जा रही है। फार्म हाउस में बहुत जल्द ही मछली पालन होगी और मशहूर कड़कनाथ मुर्गे की बांग भी सुनाई देगी। महेंद्र सिंह धोनी की लोकप्रियता इतनी अधिक है कि हर कोई इनसे जुड़ना चाहता है। इनके फार्म हाउस  के उत्पादों की खरीदारी आम आदमी कर सके इसके लिए रांची में दो तीन जगहों पर स्टॉल बनाए गए हैं, जहां से लोग हरी ताजी सब्जियों के साथ शुद्ध दूध भी खरीद सकते हैं। हालांकि सब्जियां, दूध, मछली और अन्य उत्पाद को बाजार में भेजने के पहले उनका उपयोग धोनी अपने घर में खुद करते है, इसके अलावा फार्म हाउस में काम करने वाले करीब 75 कर्मियों के अलावा आसपास के ग्रामीण उपभोग करते है, उसके बाद ही सारी सब्जियों, दूध और अन्य उत्पादों को बाजार भेजा जाता हैं।

देश में  खेल की भावना को आगे बढ़ाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी खेती- बाड़ी और पशुपालन के प्रति अब युवाओं  का नजरिया बदलना चाहते हैं। फिलहाल इनके फार्म हाउस में सत्तर से अधिक लोगों को रोजगार  मिल रहा है। इसके अलावा झारखंड समेत देश के अधिक से अधिक किसान इंटीग्रेटेड फार्मिंग के गुर यहां आकर सीखे इसके लिए भी महेंद्र सिंह धोनी ने  खाका तैयार कर रखा है।

Share This Article