सिटी पोस्ट लाइव, गुमला: उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ ने गुरुवार को विकास भवन डीआरडीए कार्यालय परिसर से समाज कल्याण विभाग के पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । मौके पर उप विकास आयुक्त ने बताया कि जागरूकता रथ शुरूआती दौर में विशेष रूप से गुमला, घाघरा तथा बिशुनपुर प्रखंडों में जायेगी, जहां अतिकुपोषण की समस्या है। वहां जाकर सैम-मैम बच्चों तथा कुपोषण ग्रसित महिलाओं के बीच जनजागरूकता अभियान के माध्यम से उन्हें पोषण युक्त भोजन ग्रहण करने के साथ-साथ शिशुओं में उचित पोषण स्तर को बढ़ावा देने के लिए माताओं को स्तनपान के साथ ऊपरी आहार के महत्वों के विषय में जानकारी प्रदान करेगी।
इसके पश्चात् जिले के अन्य ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी जागरूकता रथ के माध्यम से लोगों को कुपोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पोषण जागरूकता रथ का मुख्य उद्देश्य गुमला जिले को कुपोषण की जंजीरों से आजाद करते हुए सुपोषित बनाना है।
जागरूकता रथ की रवानगी के अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने बताया कि पोषण के पांच सूत्र के अंतर्गत बच्चों के पोषण के लिए पहले 1000 दिन (गर्भावस्था से जन्म के 02 साल तक) सुनहरे दिन होते हैं, जिसमें पौष्टिक आहार की महत्ता होती है। मानव मस्तिष्क का 80 प्रतिशत विकास इन 1000 दिनों में होता है। इस अवधि में एक शिशु ने जितना बेहतर पोषण प्राप्त कर लिया, पूरा जीवन उतना ही बेहतर हो जाता है। इन दिनों की लापरवाही जीवन भर का कष्ट साबित होती है। इसलिए जीवन के इन पहले हजार दिनों का ध्यान रखा जाना बेहद महत्वपूर्ण है।