सोशल डिसटेंसिग का अनुपालन जरूरी, तृतीय चरण में भी छुट नहीं: राजेश्वरी बी

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सोशल डिसटेंसिग का अनुपालन जरूरी, तृतीय चरण में भी छुट नहीं: राजेश्वरी बी

सिटी पोस्ट लाइव, दुमका: झारखंड में दुमका जिला ग्रीन जोन की श्रेणी में शामिल हैं और पूर्णबंदी का तृतीय चरण 4 मई से शुरू हो रहा है लेकिन फिलहाल  पूर्व की व्यवस्था में कोई भी परिवर्तन अथवा कोई छुट नहीं दी जायेगी। दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने आज यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत में  कहा कि 4 से 17 मई तक पूर्ण बंदी लॉक डाउन का तीसरा चरण रहेगा। इस क्रम में  राज्य सरकार से जो भी निर्देश प्राप्त होंगे उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले दो लॉक डाउन की अवधि में सरकार द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन कराया गया है। जिला प्रशासन द्वारा आम जनों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसे ध्यान में रखते हुए समय समय पर कई निर्णय लिए गये हैं।

उपायुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कोविड केयर सेंटर बनाया गया है, जहां सैंपल संग्रह करने के साथ जरूरत पड़ने पर मरीज के इलाज की भी समुचित व्यवस्था है। मरीज के स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हें डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में लाया जाता है। दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में  45 शय्या क्षमता के डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाया गया है। यहाँ ऑक्सीजन सहित हर जरूरी सुविधा उपलब्ध है।उन्होंने कहा कि कोविड हॉस्पिटल के रूप में नव निर्मित हंसडीहा अस्पताल में भी वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है।

उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि जिले में अभी तक 191 सैंपल कलेक्ट किए गए थे। जांच रिपोर्ट के पश्चात कुल 114 सैंपल नकारात्मक नेगेटिव आए हैं। 77 सैंपल की जांच रिपोर्ट आना है। सैंपल संग्रहण का कार्य अभी भी जारी है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि  जिला वासियों के सहयोग से अब तक दुमका जिला कोरोना वायरस से मुक्त रहा है। पूर्ण विश्वास है कि सभी के सहयोग से कोरोना के खिलाफ इस जंग में अवश्य जीत हासिल करेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के मद्देनजर लगभग 5055 लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया था,जो अपनी समय अवधि को पूरा कर चुके हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगभग 185 लोगों को बाहर से मंगा कर जरूरी दवाइयां उपलब्ध कराई गई है, ताकि इस मुश्किल की घड़ी में आम जनों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ जैसे अन्य राज्यों से दुमका के लोगों को लाने की व्यवस्था की जा रही है।सहायता ऐप के माध्यम से लगभग 7110 लोग की सूची प्राप्त हुई है जो दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। लगभग 13000 लोगों के बाहर फंसे होने की सूचना है। कई ऐसे लोग हैं जो ऐप के माध्यम से अपनी जानकारी प्रशासन तक नहीं पहुंचा सके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयास से तेलंगाना कोटा से कई लोग अपने घरों तक पहुंच चुके हैं। वैसे लोग जो बीमार हैं उनका सैंपल कलेक्ट किया जाएगा।कोटा से 26 बच्चे दुमका जिले में आये हैं,जिन्हें होम कोरेन टाइन किया गया है तथा तेलंगाना से आये 5 लोगों को हिजला में रखा गया है उनका सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि बाहर से आए लोगों की प्रोफाइलिंग की जा रही है ताकि उन्हें मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।

उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। जिला प्रशासन के पास लगभग 9140 पीपीई कीट उपलब्ध हैं जिनमें लगभग 4000 पीपीई किट प्रखंड स्तर पर वितरित किये गए हैं। पर्याप्त संख्या में एन 95 मास्क तथा सैनिटाइजर भी उपलब्ध है। 195 थर्मल स्केनर उपलब्ध है। 20 थर्मल स्केनर स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। थर्मल स्केनर का वितरण प्रखंड स्तर पर भी किया गया है तथा घर-घर जाकर जांच करने के लिए भी थर्मल स्कैनर रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि वीटीएम किट भी जिला प्रशासन के पास उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के पास सामग्रियों की कोई कमी नहीं है तथा और भी सामग्रियों की खरीदारी की जा रही है। इस दौरान उन्होंने और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने कहा कि कोविड-19 को लेकर प्रशासन पूर्व से ही तैयार है। उन्होंने कहा कि जिलावासियों को मैं तहे दिल से धन्यवाद देता हूं जो हर कदम पर अपना सहयोग प्रशासन को दे रहे हैं। मीडिया के प्रतिनिधि भी अपने कर्तव्यों को पूरे ईमानदारी से निर्वहन करें। लोगों तक सही जानकारी पहुंचाना आपका कर्तव्य है।किसी प्रकार के संशय की स्थिति होने पर उनसे भी संपर्क किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि सभी अगर समन्वय बनाकर कार्य करेंगे तो निश्चित रूप से दुमका कोरोना के खिलाफ इस जंग में विजयी होगा। संवाददाता सम्मेलन में उप विकास पदाधिकारी शेखर जमुआर, सिविल सर्जन डॉ अनन्त कुमार झा के साथ जिला प्रशासन के कई वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

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