सिटी पोस्ट लाइव, चौपारण: सुहागिनों नें खाश कर नवविवाहितों महिलाओं ने पति की दीर्घायु एवं निरोग बने रहने के लिए हरितालिका तीज के लिए चौबीस घंटे का निर्जला उपवास किया। इस दिन महिलाएं मिट्टी के बने शिव-पार्वती की पूजा करती हैं तथा अहले सुबह पास के तालाब या नदी में इन्हें विसर्जित कर देती हैं। मान्यता है कि इसी व्रत के फल से माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ का वरण किया था। महिलाएं इस दिन चौबीस घण्टे निर्जला उपवास रख कर ईश्वर से अपने पति की निरोगी काया एवं दीर्घायु होने की कामना करती हैं। इस दिन सभी महिलाएं टोली में बैठ कर पूजा करती हैं।
आस्था प्रबल पर नहीं दिखी बाजार में रौनक
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देश मे ब्याप्त कोरोना महामारी का पूरा असर तीज के बाजार पर बड़ा। अपितु आस्था में कोई कमी नही दिखने के बाद भी बाजार सुने रहे। इस दिन महिलाएं सृंगार प्रसाधनों के साथ ही मिठाइयां एवं अनरसा के साथ फल खरीदतीं हैं, पर कोरोना का प्रभाव के कारण बाजार से रौनक गायब दिखी।
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