सिटी पोस्ट लाइव, रांची: जनगणना 2021 में सरना धर्म लागू करने की मांग को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों की ओर से रविवार को आहूत चक्का जाम का राज्य के कई इलाकों में मिलाजुला असर देखने को मिला। आदिवासी संगठनों के चक्का जाम आंदोलन का राजधानी रांची समेत अन्य इलाकों में कोई असर देखने को नहीं मिला, लेकिन जमशेदपुर और चक्रधरपुर समेत कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों की ओर से रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया गया, जिसके कारण कुछ रेलगाड़ियों का परिचालन बाधित हुआ। वहीं कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों की ओर से सड़क जाम करने की भी कोशिश की गयी।
रांची जिले के अनगड़ा के गंगाघाट रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोक दी। गंगाघाट स्टेशन पर आदिवासी सेंगेल अभियान, केंद्रीय सरना समिति और अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के कार्यकर्त्ताओं ने करीब डेढ़ घंटे तक परिचालन को बाधित रखा। हालांकि इस दौरान भारी संख्या में मौके पर सुरक्षाकर्मी मौजूद थे।
इसके बावजूद केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की के नेतृत्व में रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया गया। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर आवागमन शुरू कराया। इधर, चक्रधरपुर रेल मंडल के डेरोवां स्टेशन के निकट पटरी को जाम कर परिचालन को बाधित करने का प्रयास किया गया। पूर्व सांसद और सेंगेल अभियान के नेता सालखन मुर्मू के नेतृत्व में उनके समर्थकों ने जमशेदपुर स्थित टाटानगर रेलवे स्टेशन के निकट प्रदर्शन किया और सड़क जाम करने की कोशिश की गयी। राज्य के अन्य हिस्सों में इस चक्का जाम का कोई खास असर देखने को नहीं मिला।