पर्यटन क्षेत्र में कार्य कर झारखंड को ला सकते हैं विश्व पटल पर : उपायुक्त
पर्यटन क्षेत्र में कार्य कर झारखंड को ला सकते हैं विश्व पटल पर : उपायुक्त
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: दो दिवसीय रजरप्पा महोत्सव में झारखंड का पर्यटन विकास धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयाम विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के दौरान उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि झारखंड राज्य का ऐसा कोई जिला नहीं है जहां की कोई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल ना हो। अगर हम रामगढ़ को ही देखें तो यहां रजरप्पा, पतरातू लेक रिसोर्ट, टूटी झरना आदि सहित कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। लेकिन किसी कारणवश अभी तक इन पर्यटन स्थलों को राष्ट्र एवं विश्व पटल पर नहीं लाया जा सका है। उन्होंने कहा कि रजरप्पा महोत्सव के माध्यम से यह प्रयास है कि इस महोत्सव को सिर्फ एक महोत्सव के रूप में नहीं बल्कि झारखंड राज्य के तमाम पर्यटन स्थलों को विकसित करने के रूप में एक नई पहल के रूप में देखा जाए। सेमिनार के दौरान वक्ता के रूप में मौजूद रांची विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के पूर्व डीन इंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि कश्मीर की तरह ही झारखंड भी धरती पर एक स्वर्ग है। हमारे राज्य में पर्यटन संबंधित सभी चीजें मौजूद हैं। लेकिन हमें उनका संरक्षण एवं प्रचार प्रसार कर विश्व पटल पर लाने की जरूरत है। इसके लिए हमें विभिन्न कार्य करने की जरूरत है। अगर हम ऐसा करने में सक्षम हो जाते हैं तो वह दिन दूर नहीं जब हम झारखंड को पर्यटन के क्षेत्र में एक नए आयाम पर देखेंगे।
सेमिनार के दौरान प्रभात खबर के एग्जीक्यूटिव एडिटर अनुज सिन्हा ने कहा कि अगर हम पूरे देश के विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों को देखें तो हम पाएंगे कि हमारे राज्य में वैसे सभी पर्यटक स्थल मौजूद है, जिन्हें देखने हम देश के अलग-अलग कोनों में जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में नेतरहाट एक ऐसा पर्यटन स्थल है जो कि देश में मौजूद किसी भी हिल स्टेशन से कम नहीं है। लेकिन अभी तक उसका प्रचार उस तरीके से नहीं हो पाया। अगर हम झारखंड राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में आगे लाना चाहते हैं तो हमें छोटी-छोटी चीजों पर कार्य करना होगा। साथ ही साथ सभी झारखंड वासियों को इसमें अपना महत्वपूर्ण योगदान भी देना होगा। उन्होंने जिला प्रशासन के इस तरह के सेमिनार के आयोजन पर तारीफ की और कहा कि इस तरह के आयोजन से अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक जगह पर बैठकर कुछ नया करने की प्रेरणा मिलती है।
कार्यक्रम में रामगढ़ प्रेस क्लब के अध्यक्ष महेश मारवाह ने रजरप्पा महोत्सव के आयोजन पर जिला प्रशासन को बधाई दी एवं प्रशासन से अपील की कि वे रामगढ़ स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर को भी एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर ध्यान दें। सेमिनार में भाग लेने हजारीबाग से आए जस्टिन इमाम ने झारखंड के इतिहास के ऊपर प्रकाश डाला। उन्होंने हजारीबाग में मौजूद विभिन्न पर्यटक स्थलों तथा रॉक आर्ट से संबंधित पर्यटक स्थलों पर विशेष जोर देते हुए कहा कि हमारे राज्य में इतिहास से जुड़े इतने स्थल मौजूद हैं कि विभिन्न देशों से लोग यहां शोध एवं अन्य उद्देश्यों से आते हैं। लेकिन अभी तक उन क्षेत्रों का उतना प्रचार-प्रसार नहीं हो पाया है। इसलिए जरूरी है कि हम एक लिंक बनाकर स्थलों पर कार्य करें।
कार्यक्रम में रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा साहित्य विभाग के सेवानिवृत्त संकाय अध्यक्ष डॉक्टर गिरधारी राम गंझू ने सेमिनार में मौजूद लोगों को छउ एवं पाइका नृत्य का इतिहास सहित झारखंड राज्य की विभिन्न जनजातियों से जुड़ी कई रोचक बातों को कार्यक्रम में मौजूद लोगों के समक्ष रखा। सेमिनार में पुरातत्व विभाग के आदित्य ललित ने राज्य में मौजूद विभिन्न पर्यटन स्थलों के संरक्षण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह बात सच है कि हमारे राज्य में कई सारे पर्यटन स्थल हैं, लेकिन हमें जरूरत है कि हम वहां वेस्ट मैनेजमेंट एवं उनके संरक्षण पर जोर दें। कार्यक्रम में टाइम्स ऑफ इंडिया के रामगढ़ संवाददाता एन.के अग्रवाल ने सेमिनार में मौजूद उपायुक्त संदीप सिंह से अपील की कि वे रामगढ़ स्थित चाइनीस सिमिट्री को एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर जोड़ दें।