सिटी पोस्ट लाइव : अपने देश पर मर मिटने वालों की कोई कमी नहीं है। हम बात कर रहे हैं भारतीय सेना के 6 आर आर बटालियन के जवान शहीद रमेश शर्मा उर्फ पप्पू शर्मा का पार्थिव शरीर पटना जिले के बिक्रम प्रखंड के खौरैठा नगर पहुंचा। जहां नगर में जैसे ही आर्मी की गाड़ी पहुंचा तो नगर एवं आसपास के गांव वालों समेत परिजनों में मातम का माहौल हो गया। वही गांव में सेना के जवानों द्वारा रमेश कुमार उर्फ पप्पू सिंह का पार्थिव शरीर पैतृक गांव इसलिए लाया गया था कि गांव के रीति रिवाज के अनुसार इनका दाह संस्कार हो सके।
दाह संस्कार के लिए जब कंधे पर गांव के लोगों ने पार्थिव शरीर को लिया तो भारत माता की जय और वीर जवान अमर रहे के नारों के साथ गांव के लाल को देश की सेवा के लिए सम्मान दिया गया। साथ ही उसके पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई गांव से दी गई। सभी की आंखें नम थी और परिवार का पूरा सदस्य मातम में डूबा हुआ था। यही नहीं गांव के लोग भी इस मातम में शामिल थे भारी संख्या में भीड़ इस बात के गवाह थे देश के लड़ने वाले जवानों को शहादत के बाद भी उन्हें याद रखने के लिए और उनके सम्मान के लिए गांव के साथ-साथ जवार के लोग भी खड़े रहते हैं।
आर्मी जवानों ने शहीद रमेश शर्मा के पार्थिव शरीर की उसके घर पर ले जाने के बाद वहां पर उसे सलामी दी गई सभी की आंखें नम थी और बड़े भाई को इस बात का घर भी था कि भाई उसका देश की सेवा में लगा हुआ है लेकिन जब उसका पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो सभी की आंखों में अपने लाल के खोने का गम दिखाई दे रहा था। पूरा गांव मातम में डूबा हुआ था जहां पार्थिव शरीर को गांव लाने वाले सेना के पदाधिकारी का कहना था कि उनके पैतृक गांव हम ले आए हैं गांव के रीति रिवाज के अनुसार यहां दाह संस्कार होता है।
इधर पार्थिव शरीर गांव पहुंचने के बाद शहीद जवान की पत्नी एवं बड़े बेटे ने सलामी भी दिया और पापा अमर रहे के भी नारे लगाए ।मौत के शहीद जवान के परिजन खासतौर पर महिलाओं का रो -रो कर बुरा हाल है गांव में भी पूरी तरह मातम पसरा हुआ है अपने वीर सपूत को खोने से गम पूरे गांव के लोगो मे है। वही दीघा घाट पर बिहार रेजिमेंट के सेना के अधिकारियों के द्वारा शहीद जवान हवलदार रमेश कुमार शर्मा उर्फ पप्पू शर्मा को अंतिम सलामी दी गई उसके शहीद जवान के बड़े पुत्र ने अपने पिता को मुखानांबिन दिया।
वही जवान के बड़े भाई दीनानाथ शर्मा का कहना है कि मेरा छोटा भाई है रमेश कुमार उर्फ पप्पू शर्मा जो जम्मू कश्मीर के 6 आर आर बटालियन के कुपवाड़ा में पदस्थापित था जमीन से 1500फीट ऊपर मेरे भाई की ड्यूटी लगी हुई थी ड्यूटी के दौरान ही भाई की तबीयत बिगड़ी जिसके बाद उसे एक सप्ताह पूर्व पहले सूचना मिली कि वह आरआर दिल्ली अस्पताल में भर्ती हैं । वहां उसका इलाज चल रहा था वह वेंटिलेटर पर था हम लोग जब देखने गए तो वह वेंटिलेटर था उसके पहले क्या हुआ क्या नहीं इसकी जानकारी हमें नहीं मिली है। बीते रविवार की उसकी मौत की सूचना सेना के अधिकारियों के द्वारा मिला। पिछले साल 2021 के जून माह में अपने परिवार से मिलकर ड्यूटी पर जम्मू-कश्मीर गया था उस समय उसकी स्वास्थ्य सब कुछ ठीक था।
गौरतलब है कि सात दिन पहले जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा बॉर्डर पर ड्यूटी करने के दौरान शहीद रमेश कुमार उर्फ पप्पू शर्मा का तबियत बिगड़ गया वह 6 आरआर रेजिमेंट में जवान थे। उनके बेहतर इलाज के लिए जम्मू कश्मीर से दिल्ली लाया गया जहां वह एडमिट रहे और अंतिम सांस ली जब उनकी तबीयत बिगड़ी और दिल्ली में लाया गया तो उनके परिजनों को भी बुलाया गया था अंतिम समय में उनके परिजन भी उनके साथ थे। फिलहाल बिहार रेजीमेंट के जवानों के द्वारा उनको अंतिम सलामी दी गई और परिवार के साथ अंतिम संस्कार पटना के दीघा घाट पर किया जाएगा।
पटना से निशांत कुमार की रिपोर्ट