स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर नियुक्त 17 स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति रद्द
स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर नियुक्त 17 स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति रद्द
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ जिले के स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर नियुक्त 17 स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है। यह निर्णय रामगढ़ डीसी सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष संदीप सिंह के निर्देश पर लिया गया। 17 स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति रद्द करने संबंधी पत्र मंगलवार को सिविल सर्जन ने जारी कर दिया। इनमें 12 जीएनएम, 2 लैब टेक्निशियन और 3 फार्मासिस्ट शामिल थे। डीसी संदीप सिंह ने बताया कि 2018 में रामगढ़ जिले स्वास्थ्य विभाग में बहाली शुरू की गई थी। बहाली प्रक्रिया में ग्रेड सी और डी के कर्मचारियों की नियुक्ति स्थानीय नीति के तहत की जानी थी। इन पदों पर रामगढ़ जिले के निवासियों को ही नियुक्त किया जाना था, लेकिन इन 17 लोगों की बहाली के बाद उनकी फाइल में रामगढ़ जिला निवासी संबंधित कोई प्रमाणपत्र शामिल नहीं था। इस पूरे मामले की जांच एक कमेटी बनाकर की जा रही थी। यह मुद्दा रामगढ़ जिले में काफी गरमाया भी था और इसको लेकर आंदोलन भी हुआ था। जब जांच कमेटी ने सभी दस्तावेजों की जांच की तो 17 स्वास्थ्यकर्मियों को रामगढ़ जिला का निवासी नहीं पाया गया। उन्हें रामगढ़ जिला के निवासी होने संबंधित प्रमाणपत्र जमा करने का आखिरी वक्त 16 सितंबर 2019 तक दिया गया था। इस दिन तक उनलोगों ने प्रमाणपत्र जमा नहीं किया। इसके बाद उन सभी 17 लोगों की नियुक्ति रद्द कर दी गई। जीएनएम पद पर नियुक्त रीना कुमारी, अणिमा लकड़ा, रंजू कुमारी, रक्षिता लक्की, नीलम एक्काका, सुप्रिया लकड़ा, सुनीता लकड़ा, प्रीति रश्मि केरकेट्टा, किरण प्रसाद, सुलेखा कुमारी, पूनम कुमारी और मधुलिका रश्मि की नियुक्ति रद्द की गई है। इसके अलावा लैब टेक्निशियन के पद पर नियुक्त दिलीप टोपो और कुमारी अंकिता रवि की नियुक्ति रद्द की गई है। फार्मासिस्ट प्रीति रानी लकड़ा और टोपो की नियुक्ति रद्द कर दी गई है। तत्कालीन डीसी राजेश्वरी बी ने 12 फरवरी 2019 को सभी नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी। साथ ही उन्होंने सिविल सर्जन के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की थी। रिपोर्ट आने के बाद आज कार्रवाई की गई। उल्लेखनीय है कि हिन्दुस्थान समाचार ने उजागर किया था यह नियुक्ति स्थानीय नीति के अनुकूल नहीं की गई है। नियमानुसार सिर्फ रामगढ़ जिले के लोगों की बहाली की जानी चाहिए, लेकिन जिला स्तर पर निकाली गई बहाली में पलामू, बोकारो और कोडरमा जिले के लोगों की बहाली की गई थी।