रांची: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि सहायक प्रशिक्षण केंद्र, सीमा सुरक्षा बल, हजारीबाग के सभी अधिकारी एवं जवान भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने आप सभी के प्रशिक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राज्यपाल शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल, हजारीबाग द्वारा आयोजित दीक्षांत परेड को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दीक्षांत परेड के कुल 369 नव आरक्षकों ने विभिन्न चुनौतियों से निबटने एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए 44 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण लिया है। ये नव आरक्षक भारत के विभिन्न प्रान्तों के रहने वाले हैं। आप चाहे भारत के किसी हिस्से एवं कोने के रहने वाले हों, आपके लिए भारत मां की सेवा और इसकी सुरक्षा अहम है। यही बात आपको ट्रेनिंग में भी सिखाई गई होगी। भारत सिर्फ जमीन का टुकड़ा ही नहीं, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है। हमें जीना भी है इसके लिए और मरना भी है इसके लिए।
उन्होंने कहा कि आज का दिन सीमा सुरक्षा बल के लिए विशेष है। आज आपने राष्ट्रीय ध्वज के समक्ष एक कर्तव्यनिष्ठ प्रहरी के रूप में देश की सेवा में अपने-आप को समर्पित करने की शपथ ली है। आज आप औपचारिक रूप से देश की प्रथम रक्षा पंक्ति सीमा सुरक्षा बल के महत्वपूर्ण सदस्य बन गये हैं।
उन्होंने कहा कि सीमा पार से होने वाली गोलीबारी हो या फिर विभिन्न वस्तुओं की तस्करी सहित अन्य सीमावर्ती अपराध, देश को नुकसान पहुंचाने वाले देश के दुश्मनों के खिलाफ आप फौलाद की तरह खड़े हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव, दंगों इत्यादि सहित प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी आप पूरी तत्परता से देश के साथ खड़े रहते हैं। अपनी वीरता और देश के प्रति समर्पण भाव के कारण इस बल ने जनमानस में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।