3100 ट्रेंच कम बैंड के माध्यम से खेतों में रोका जाएगा बरसात का पानी
3100 ट्रेंच कम बैंड के माध्यम से खेतों में रोका जाएगा बरसात का पानी
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: जिले में सिंचाई की समस्या दूर करने के लिए ट्रेंच कम बैंड (टीसीबी) का सहारा लिया जाएगा। जिला प्रशासन ने जिले में लगभग 3100 टीसीबी बनाने का निर्णय लिया है। इन्हीं के सहारे बरसात का पानी खेतों में रोका जाएगा। जल शक्ति अभियान को लेकर रामगढ़ के सभी प्रखंडों में व्यापक तैयारियां चल रही है। जल संरक्षण के लिए 2019-20 में जिले के 97 पंचायतों में 309 गांवों में 3075 ट्रेंच कम बैंड बनाया जाना है, जिसमें अधिकतर में काम शुरू हो चुका है। लोगों में जल संरक्षण के प्रति उत्साह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण खुद भी टीसीबी के निर्माण में अपना श्रमदान दे रहें हैं। जिले के अधिकारी स्वयं टीसीबी के निर्माण का निरीक्षण कर रहे हैं। उपायुक्त संदीप सिंह ने जल शक्ति अभियान को पंचायत और ग्राम स्तर तक ले जाने का निर्देश दिया है। डीडीसी संजय सिन्हा एवं सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास अधिकारी प्रतिदिन पंचायत स्तर से टीसीबी के निर्माण कार्यों का जायजा ले रहे हैं। उप विकास आयुक्त ने अधिकारियों को इस दिशा में मिशन मोड में काम करते हुए टीसीबी के निर्माण में जिले को अव्वल जिला बनाने की अपील की है।
बरसात का पानी खेत में ही रुकेगा
खेतों में टीसीबी बनने से बारिश का पानी खेतों में ही रुकेगा। पानी गड्ढों के माध्यम से जमीन के अन्दर जाएगा। पानी रुकने से भूजल स्तर बढ़ेगा एवं गर्मी के दिनों में होने वाली पानी की समस्या से निजात मिल सकेगी। मानसून के देरी से आने के कारण टीसीबी का महत्व और अधिक बढ़ गया है। जहां-जहां टीसीबी का निर्माण हो चुका है, वहां संचित पानी से खेतों में पानी मिल सकेगा। गौरतलब है कि जल शक्ति अभियान की अपील स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुखिया को पत्र लिखकर की थी। स्वच्छ भारत मिशन के बाद इस अभियान को भारत का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है। लोगों में भी जल संरक्षण को लेकर सहभागिता बढ़ी है। गैर सरकारी संस्थाएं, स्कूल, काॅलेज व कई धार्मिक व राजनीतिक संगठन भी पोधारोपण को लेकर मुहिम चला रहे हैं। लोगों में जल संरक्षण व संचयन को जागरूकता प्रसार के उद्देश्य से जिला जनसंपर्क विभाग के द्वारा नुक्कड़ नाटक और एलईडी वैन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है।