ओमान में फंसे झारखंड के 30 मजदूर, वतन वापसी की लगा रहे गुहार

City Post Live

ओमान में फंसे झारखंड के 30 मजदूर, वतन वापसी की लगा रहे गुहार

सिटी पोस्ट लाइव, गिरिडीह: ओमान की राजधानी मसकट में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड समेत सीमावर्ती हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ और बेरमो के अलावा कोडरमा के 30 मजदूर बुरी तरह से फंस गए हैं। इन मजदूरों ने सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार से वतन वापसी कराने की गुहार लगाई है। परिजनों के अनुसार मजदूरों को 2017 में टावर लगाने वाली एक नामी कम्पनी में काम दिलाने की बात कहकर ओमान ले जाया गया था। वहां इन सभी को मजदूरी का काम दिया गया, लेकिन पिछले सात महीने से इनको कोई वेतन नहीं दिया जा रहा है। तनख्वाह मांगने पर तरह-तरह की धमकियां दी जाती हैं। सभी मजदूरों को एक कमरे में बंद करके रखा गया है। महज एक समय खाना दिया जाता है। पास में एक रुपये नहीं है और वीजा की मियाद भी खत्म हो चुकी है। परेशान मजदूरों ने एक प्रवासी ग्रुप के माध्यम से भारत सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है। साथ ही शोसल मीडिया पर भारत के विदेश मंत्री के नाम संदेश भेजा है।
प्रवासी ग्रुप के सिकंदर अली ने इन मजदूरों से बात कर उन्हें वतन वापसी कराने का भरोसा दिया है। सिकंदर ने बताया कि ओमान में फंसने वाले अधिकांश मजदूर गिरिडीह जिले के बगोदर, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ के रहने वाले हैं। इनमें बगोदर के महुरी के राजू पासवान, खुबलाल पासवान, विजय कुमार महतो, योगेंद्र कुमार, बेको के देवी लाल महतो, संतोष महतो, आलम कुमार महतो, चंद्रीक महतो, टेकलाल महतो, औरा के महेश कुमार महतो,राजेश कुमार, मुंडरो सोहन लाल महतो, प्रदीप महतो, हेमलाल महतो तुकतुको निर्मल महतो, सोहन महतो डुमरडेली के डुमरचंद महतो, कोसी के गोविंद महतो बिष्णुगढ़ के उदयपुर के राजेश प्रसाद महतो, जगदीश महतो, कसुम्भा रूपलाल महतो, महेश महतो, चिहूंटिया के विनोद कुमार, बलकमका के रामचंद्र महतो,भलुआ के दिलीप कुमार, भेलवरा के प्रेमचंद महतो करगालो के मनोज महतो व हुलास महतो, बोकारो थर्मल के जगदीश महतो कोडरमा के महेंद्र सिंह शामिल हैं।
Share This Article