सिटी पोस्ट लाइव, पटना: क्या यह सन्नाटा किसी आने वाले तूफ़ान से पहले वाला तो नहीं है? राजधानी पटना में 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में पसरा सन्नाटा बिहार विधानसभा चुनाव की कई कहानियां कह रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी से मिल नहीं रहे हैं। राजधानी के 1 पोलो रोड स्थित नेता प्रतिपक्ष के बंगले में भी कुछ इसी तरह का सन्नाटा पसरा है। तेजस्वी यादव यहां नहीं हैं। कुछ यही हाल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास का भी है। यहाँ सन्नाटे को चीरती एक जेसीबी घुसी हुई है। दरअसल, राबड़ी देवी के आवास में दीपावली की तैयारियां चल रही हैं।
बिहार की अन्य राजनितिक पार्टियों के दफ्तर वाले वीरचंद पटेल पथ का भी कुछ यही हाल है। दिवाली से पहले यहाँ भी होली के अगले दिन जैसी वीरानगी छाई हुई है। बस, कुछ मीडियाकर्मियों का आना-जाना और इन्हीं के विजुअल-शॉट्स के लिए कुछ कार्यकर्ता मिठाई वगैरह लाते दिख रहे हैं। मतदान के तीसरे और अंतिम चरण के अगले दिन की यह तस्वीर उस बिहार की है, जहाँ चंद घंटों के बाद एक नई सरकार का गठन होना है। इस सन्नाटे की वजह वोटिंग की थकान नहीं, एग्जिट पोल के नतीजे हैं। किसी भी एग्जिट पोल को कोई मन से मानने को तैयार नहीं है।
आवास से बाहर नहीं निकल रहे हैं तेजस्वी
ज्यादातर एग्जिट पोल तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार साफ-साफ दिखा रहे हैं। इसलिए, जो थोड़ी-बहुत गहमागहमी है, वह तेजस्वी यादव और राजद कार्यालय के आसपास ही है। तेजस्वी यादव ने भी रविवार को पूरी तरह छुट्टी ले रखी है। आवास से बाहर नहीं निकल रहे हैं। कार्यकर्ता कई राउंड घूम गए कि मिल लें, लेकिन किसी से नहीं मिले। हां, निर्देश जरूर अंदर से आ रहा है कि परिणाम के बाद संयम बरतें राजद के कार्यकर्ता। 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास में लालू प्रसाद का पूरा परिवार जुटा है। यहां 9 नवंबर को तेजस्वी यादव के बर्थडे से ज्यादा 10 नवंबर के चुनाव परिणाम को लेकर चर्चा है। इस बीच दीपावली को लेकर तैयारियों के लिए जेसीबी मशीन अंदर आई है, परिसर में कुछ काम करना है।
एग्जिट पोल पर चर्चा
मुख्यमंत्री आवास में जदयू सांसद ललन सिंह, राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, पूर्व मंत्री अशोक चौधरी जैसे चुनिंदा लोग ही बतिया रहे हैं। नीतीश कुमार इनके अलावा किसी से मिल भी नहीं रहे हैं। ये बड़े नेता न तो उदास हैं और न ही उत्साहित। हां, इन्हें किसी एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं है, अंदर यह चर्चा लगातार जारी है। इधर, भाजपा दफ्तर से लेकर पार्टी के बड़े नेताओं के आवास तक में वीरानी छाई हुई है। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय दिल्ली लौट चुके हैं। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान भी फिलहाल शांत मुद्रा में हैं। एयरपोर्ट रोड पर लोजपा का दफ्तर भी शांत है। कांग्रेस के सदाकत आश्रम में कोई गतिविधि नहीं दिखी, लेकिन सरकार आने की संभावना देखकर कुछ नेता पार्टी दफ्तर में चहल कदमी करते जरुर नजर आए।