सिटी पोस्ट लाइव : नवरात्र के पहले दिन अहले सुबह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।तेजस्वी ने एलान कर दिया है कि अब सबक सिखाने का वक्त आ गया है।
तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि सरकार की नाकामियों के कारण दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले बिहारी श्रमवीरों को बिहार में ही प्रवेश नहीं करने देने की धमकी देने वाले, मुसीबत में उनका साथ छोड़ने वाले व मज़दूरों को चोर,लुटेरा,अपराधी और गुंडा कहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कड़ा सबक़ सिखाने का वक्त आ गया है।
सरकार की नाकामियों के कारण दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले बिहारी श्रमवीरों को बिहार में ही प्रवेश नहीं करने देने की धमकी देने वाले, मुसीबत में उनका साथ छोड़ने वाले व मज़दूरों को चोर,लुटेरा,अपराधी और गुंडा कहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कड़ा सबक़ सिखाने का वक्त आ गया है। pic.twitter.com/bqLB6xpp6L
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 17, 2020
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नवरात्र के पहले दिन अहले सुबह ट्वीट किया है। साथ में उन्होनें आरजेडी की तरफ से बनाया गया एक वीडियो भी शे्यर किया जिसमें नीतीश सरकार के खिलाफ एक शख्स कह रहा है कि ‘जिन्होनें पैरों में दिए छाले उन्हें सत्ता से हटा दे इस बार तेजस्वी को ला दें।’
दरअसल वीडियो में दिखाया गया है कि दिल्ली में रहने वाला एक युवक बता रहा है कि हम जैसे कितने बिहारी यहां दिल्ली में रहते हैं हर बार पांच साल में जाते थे और वोट डाल आते थे इन्हीं नीतीश को जिताते थे हर बार हमारे ही मदद से सरकार बनाते थे। लेकिन क्या पता था कि कोरोना संकट की घड़ी में ऐसे पल्ला झाड़ लेगी।
वीडिय़ो में युवक कह रहा है कि 15 साल वोट लिए थे कुछ तो शर्म करते। बच्चे-बूढ़े-बीमार सब लोग पैदल चलते रहे पैरों में छाले पड़ते रहें। कही लोग रोड पर मरते रहे तो कही रेल से कटते रहे। लेकिन कोई बात नहीं मुसीबत में ही पता चलता है कि कौन अपना है तेजस्वी हैं होनहार अबकी बनेगी उन्हीं की सरकार ।
दरअसल वीडियो के जरिए कोरोना संकट के उस दौर की याद दिलाने की कोशिश की है जिस वक्त बिहार के लाखों मजदूर भाई जो देश के विभिन्न हिस्सों में मेहनत-मजदूरी कर कमा खा रहे थे लेकिन कोरोना ने उनका रोजगार छिन लिया था रोजी-रोटी पर आफत आयी तो वे साधन के अभाव में पैदल ही हजारों किलोमीटर दूर-दराज से यात्रा कर बिहार पहुंचने लगे। इस दौरान कई सड़क हादसे और रेल हादसे में कई बिहारी भाईयों को अपनी जान भी गवांनी पड़ी थी।