सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव के एक्जिट पोल में जहां तमाम न्यूज एजेंसियां और चैनल बिहार में तेजस्वी यादव की सरकार बनाते दिख रहे हैं। वहीं इसके उलट एक सर्वे सामने आया है जिसमें NDA की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है। साथ ही बताया गया है कि बिहार में अभी भी नीतीश कुमार का क्रेज बरकरार है।वहीं महागठबंधन भी 100 के आंकड़े को पार करता नजर आ रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील राज्य शोध केंद्र व राजनीति विज्ञान विभाग के संयुक्त सर्वे में बिहार के विधान सभा चुनाव में एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया है। सर्वे के अनुसार एनडीए को कुल 44.95 फीसदी मत मिलने की संभावना है, जबकि 129 सीट इसके खाते में आ सकती हैं। वहीं, महागठबंधन को 106 सीट मिलने की संभावना है, जबकि इसे 38.04 फीसदी मत मिलने की संभावना जताई गई है।
डीयू द्वारा यह सर्वे एक योजनाबद्ध, वैज्ञानिक तथा सोद्देश्यात्मक ऑनलाइन सर्वेक्षण किया गया। ‘डीसीआरसी समीक्षा’ की श्रृंखला में यह केंद्र द्वारा सम्पन्न चौथा वृहद चुनावी सर्वेक्षण है। केंद्र अपनी विशिष्ट पद्धति के आधार पर किए गए सर्वेक्षण अध्ययन द्वारा बिहार में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की जीत का अनुमान लगाता है।
विकासशील राज्य शोध केंद्र के निदेशक प्रो.सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि चुनावी परिणाम का यह रुझान 28 अक्तूबर से 7 नवंबर 2020 के दौरान बिहार की सभी 243 विधानसभाओं के लगभग 9044 मतदाताओं के मत-व्यवहार पर किए गए अध्ययन पर आधारित है। इस सर्वेक्षण में दिल्ली विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के लगभग 200 विद्यार्थियों व शोधार्थियों द्वारा 6 समन्वयकों के निर्देशन में ऑनलाइन प्रश्नावली के माध्यम से चुनाव के तीनों चरणों में मतदाताओं के मत-व्यवहार से संबन्धित आंकड़ों का संकलन किया गया।
इस सर्वेक्षण में बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों ने भी विशेष योगदान दिया है। डीसीआरसी के निदेशक प्रो सुनील के चौधरी बिहार विधानसभा चुनाव सर्वेक्षण के योजना प्रारूप, इसकी क्रियान्वयन संरचना तथा परिणामों को बड़े प्रयास की संज्ञा देते हैं।
सर्वे के मुताबिक, एनडीए 44.95 प्रतिशत मतों के साथ 129 सीट जीतने में सफल होगी। वहीं, महागठबंधन को 38.04 प्रतिशत मतों के साथ 106 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है। एलजेपी को 8.71 प्रतिशत मतों के साथ महज तीन सीट मिलने के अनुमान है। वहीं, 8.30 प्रतिशत मतों के साथ 5 सीटें निर्दलीय को जाती दिख रही है।
सर्वे के मुताबिक, नीतीश कुमार अभी भी बिहार के सीएम पद के लिए सर्वाधिक पसंदीदा नेता हैं। 41.49 प्रतिशत लोग उन्हें फिर से सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। अगर तेजस्वी यादव की बात करें तो उन्हें 35.27 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री माना। 11.42 लोगों की पसंद चिराग पासवान हैं। खैर 10 नवंबर को तमाम सर्वे की सच्चाई सामने आ जाएगी जब जनता के दिए मतों की गिनती होगी।