सिटी पोस्ट लाइव, रांची: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा गठबंधन के स्वरूप को अंतिम रूप देने को लेकर बातचीत का सिलसिला जारी है। झारखंड की सबसे बड़ी पार्टी जेएमएम ने भी पड़ोसी राज्य बिहार में भाग्य आजमाने का निर्णय लिया है। पार्टी बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर करीब एक दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है, हालांकि आरजेडी की ओर से जेएमएम के लिए सिर्फ दो से तीन सीट छोड़ने की बात की जा रही है, इसलिए फिलहाल सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक सुप्रीमो भट्टाचार्य ने सोमवार को रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी की बिहार इकाई चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है, संगठन की ओर से जीत की संभावना और मजबूत जनाधार वाले सीटों पर प्रत्याशी उतारने की रणनीति बनायी गयी है। उन्होंने बताया कि पार्टी गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में उतरेगी या फिर अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी, इसका फैसला 24 घंटे से लेकर 48 घंटे में हो जाएगा।
इधर, चुनाव आयोग ने झारखंड की तरह बिहार विधानसभा चुनाव में जेएमएम को तीर-धनुष चुनाव चिह्न देने से इंकार कर दिया है,क्योंकि पार्टी छड़ी चुनाव चिह्न से विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरेगी। इससे पहले झारखंड विधानसभा चुनाव में भी आयोग ने जदयू को तीर चुनाव चिह्न देने से इंकार दिया था और पार्टी ने ट्रैक्टर चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा था। गौरतलब है कि बिहार के कुछ विधानसभा सीटों पर पहले से ही जेएमएम का प्रभाव रहा है और अलग झारखंड राज्य गठन के बावजूद जेएमएम के एक-दो उम्मीदवार पहले भी वहां से निर्वाचित होते रहे है।