सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी ने बुधवार को अपने कोटे की 110 सीटों में से बाकी बचे 35 सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया। बीजेपी की पूरे लिस्ट पर गौर करें तो बीजेपी ने सवर्णों और वैश्य वोटरों पर अपना भरोसा कायम रखते हुए सबसे ज्यादा टिकट उसी समुदाय के लोगों को दिय़ा है। वहीं आरजेडी के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए भरपूर मात्रा में यादवों को भी मैदान में उतारा है।
बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने कोटे की 110 सीटों पर अपने आधार वोट बैंक का ख्याल रखते हुए ही उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने अपने कोर वोट बैंक सवर्ण और वैश्यों को मिलाकर आधे से अधिक 65 को चुनावी मैदान में उतारा है। इसमें अकेले 50 सवर्ण तो 15 उम्मीदवार वैश्य हैं। सवर्ण उम्मीदवार में 21 क्षत्रिय और 15 ब्रह्मर्षि समाज से हैं।
बीजेपी ने मुख्य विपक्षी दल आरजेडी के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए 14 यादवों को भी चुनावी मैदान में उतारा है। हालांकि, पार्टी ने एक भी अल्पसंख्यक उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है।
तीन चरणों में हो रहे चुनाव में बीजेपी के पहले चरण में 29 उम्मीदवार हैं। इस चरण में बीजेपी ने 7-7 भूमिहार व राजपूत, 4 ब्राह्मण, 3 यादव, 3 अनुसूचित जाति, 1 आदिवासी , 1 वैश्य, 1 बिंद, 1 दांगी और 1 चंद्रवंशी को उम्मीदवार बनाया है।
दूसरे चरण में वैश्य चार, भूमिहार पांच, एससी सात, ब्राह्मण चार, यादव आठ, राजपूत 11, कुर्मी-कुशवाहा चार, चौरसिया एक और दो कायस्थ को उम्मीदवार बनाया है।
वहीं, तीसरे चरण में भूमिहार, ब्राह्मण और राजपूत तीन-तीन, एक कायस्थ, पांच अनुसूचित जाति, चार ईबीसी, 10 वैश्य तो छह यादव, कुर्मी और कुशवाहा को मिलाकर 16 पिछड़ों को उम्मीदवार बनाया गया है।