युवराज सिंह ने क्रिकेट को कहा अलविदा, बोले- मेरा करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा
सिटी पोस्ट लाइव : भारत को वर्ष 2011 का क्रिकेट वर्ल्ड कप जिताने वाले युवराज सिंह ने सोमवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी हैं. युवराज ने खुद मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को इसकी जानकारी दी. युवराज ने कहा कि यह उनके लिए काफी भावनात्मक पल है और उनका करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा है. युवराज ने कहा कि वह काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है.
बता दें युवराज सिंह 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेलना चाहते थे, लेकिन खराब फॉर्म और फिटनेस के कारण उनका यह सपना सच नहीं हो सका. BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि युवराज इंटरनेशनल और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में सोच रहे थे. युवराज ने अपना अंतिम टेस्ट साल 2012 में खेला था। सीमित ओवरों के क्रिकेट में वह अंतिम बार 2017 में दिखे थे.
युवराज ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था. चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले. टेस्ट में युवराज ने तीन शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए.
भारत ने जब साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दूसरी बार आईसीसी विश्व कप जीता था, तब युवराज एक लड़ाके के रूप में सामने आए थे. युवराज ने उस विश्व कप में 362 रन (एक शतक और चार अर्धशतक) बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए थे और चार बार मैन ऑफ द मैच के अलावा प्लेअर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे.