सिटी पोस्ट लाइव : चक्रवाती तूफान यास के कारण बिहार भर में पिछले दिनों से हो रहे बारिश से कई इलाकों में जलजमाव की समस्या खड़ी हो गई है. बारिश का सबसे ज्यादा असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा है.कहीं पर ट्रांसफॉमर में फॉल्ट आ गया है तो कहीं पर तेज हवाओं के चलते बिजली की तार टूट गए हैं. मौसम खराब होने के चलते बिजली विभाग काम नहीं कर पा रहा है. कई इलाकों में पिछले 12 से लेकर 24 घंटे से पावरकट है. इतना ही नहीं इस कोरोना काल में अस्पतालों पर भी बारिश आफत बनकर आई है. कई शहरों के अस्पतालों को जाने वाली सड़कों पर पानी भर गया है.. ये बारिश किसानों के इए आफत की बारिश बन गई है. बेमौसम बरसात का सबसे ज्यादा असर प्याज की फसल पर पड़ा है. यहां पर तेज हवा पानी के कारण प्याज, सब्जी, मकई समेत कई फसल बर्बाद हो गई हैं.
सबसे पहले बात करते हैं पटना की.पटना (Patna) में पिछले करीब 20 घंटे से हो रही बारिश से कई इलाको में जलजमाव हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण जल निकासी का भी काम नहीं हो पा रहा है. राजधानी के लालजी टोला और उसके आसपास भारी जलजमाव है. गलियों और मुहल्लों में घुटनो तक पानी भर चुका है. पटना के राजबंशी नगर के कई इलाकों में जल जमा हो गया है, लोगों को घरों से निकलने में काफी परेशानी हो रही है. वहीं कई निचले इलाकों में घरों में भी पानी चला गया है.
खगड़िया में भी चक्रवाती तूफान यास का असर दिखाई दे रहा है. देर रात से ही रुक-रुककर लगातार बारिश हो रही है, जिससे आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ है. तेज हवा चलने के कारण सबसे ज्यदा बिजली सेवा प्रभावित हुई है. कई इलाकों में 12 घंटे से अधिक समय से बिजली प्रभावित है. खगड़िया जिला प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को अनाउसमेंट कर यह सूचना दी जा रही है कि 30 मई तक यास तूफान का असर रहेगा इसलिए सावधानी बरतें और बेबजह घर से नहीं निकले.
सीवान में चक्रवर्ती यास तूफान का असर साफ देखने को मिल रहा है. सीवान में तेज हवाएं 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश के मध्य नजर सीवान के डीएम अमित कुमार पांडे द्वारा एसडीएम के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया गया है, जो यह टीम जाकर तटबन्धों का निरीक्षण कर रही है और जहा तटबंध टूटा हुआ है आया कमजोर है उसके मरमत का आदेश दिया जा रहा है. सीवान में चक्रवर्ती तूफान का असर साफ देखने को मिल रहा है.
मुंगेर में बीते शाम से हो रही लगातार बारिश ने पूरे शहर का बिजली गोल कर दी है. वहीं शहर के कई जगहों पर बिजली के पोल में आग लग गईं, वहीं कोतवाली थाना क्षेत्र के गुलजार पोखर मोहल्ले में बारिश के कारण शार्ट सर्किट होने से बिजली के पोल में आग लग गई और आग काफी देर तक लगी रही जिनके बाद स्थानीय लोगों की सूचना के बाद बिजली विभाग ने बिजली की लाइन को काटा है.
गया में भी तूफान का असर देखने को मिल रहा है. ‘यास’ तूफान के कारण हुई भारी बारिश के कारण जिले के शहरी और निचले इलाकों में जलजमाव हो गया है. वहीं कोविड-19 अस्पताल के रूप में घोषित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में भी पानी घुस गया है. यहां के सड़के तालाब बन चुकी है. अस्पताल में पानी इस कदर भर गया है कि एक एम्बुलेंस जलजमाव वाले पानी में घण्टों फंसा रहा. दरअसल यास तूफान के कारण जिले में पिछले 24 से भी ज्यादा मूसलाधार बारिश हो रही है. इतनी अधिक बारिश होने से कोविड अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड में जाने के लिए लोगों को रातों रात बनी तालाब से होकर जाना पड़ रहा है. कोविड वार्ड जाने के लिए लोगों को चारपहिया वाहन का प्रयोग करना पड़ रहा है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ड्रेनेज सिस्टम को ठीक कराने की बात कह रहा है. गया के कोविड अस्पताल के रूप घोषित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल का जायजा लिया गया.
‘यास’ तूफान से जुडी भोजपुर जिले के जगदीशपुर से एक बड़ी घटना सामने आई है. जहां एक खपरेलनुमा मवेशी घर की सफाई के दौरान एक व्यक्ति की मवेशी घर का छत गिर जाने से मलबे में दबकर मौत हो गई. घटना जगदीशपुर थाना क्षेत्र के संगम टोला गांव की है. मृतक का नाम भारत भूषण उर्फ शेखू सिंह बताया जा रहा है, जो बारिश के बीच अपने मवेशी घर की सफाई करने गए थे. तभी उनके घर का छत भर-भराकर नीचे गिर गया, जिसके मलबे में दबकर वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए.आनन-फानन में उनके परिवार वाले उन्हें लेकर जगदीशपुर रेफरल अस्पताल पहुंचे जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. अचानक घटी इस घटना के बाद से मृतक के घर में कोहराम मचा है.
चक्रवाती तूफान ‘यास’ के कारण नालंदा में किसानों को भारी नुकशान हुआ है.यहां पिछले 24 घंटों से हो रही तेज हवा पानी के साथ के कारण किसानों को भारी क्षति हुई है.तेज हवा पानी के कारण प्याज, सब्जी, मकई समेत कई फसल बर्बाद हो गई हैं. इतना ही नहीं प्याज की फसल को तो सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जो अब घर भी नहीं पहुंच पाएगा. इतना ही नहीं सभी प्रकार की सब्जी की फसल बर्बाद होने से महंगाई चरम सीमा पर हो सकती है. किसानों का कहना है कि खून पसीना बहाकर,कड़ी धूप में मेहनत कर फसल को उपजाया, लेकिन बेमौसम बारिश ने सारी अरमान को धरा का धरा रख दिया है. बेमौसम बारिश से किसान काफी मायूस हो गए है. उन्हें बस एक ही चिंता सता रही है कि वह कर्ज कैसे चुकता करेंगे.
‘यास’ तूफान का पूर्णिया में बड़ा असर देखने को मिल रहा है. यहां पिछले 3 दिनों से बारिश हो रही है, लेकिन गुरुवार से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. जिस कारण कई जगह जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है. वहीं मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में करीब 150 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो भारी वर्षापात है. बारिश के कारण जिले के अधिकांश इलाकों की बिजली गुल हो गई है. जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. वहीं प्रशासन ने लोगों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है .
मुंगेर चक्रवाती तूफान यास के कारण विगत दो दिनों से हो रही लगातार झमाझम बारिश के चलते आमजनजीवन अस्त व्यस्त है. इन दिनों हुई बरसात से धरहरा दशरथपुर मुख्य मार्ग पर निर्माणाधीन पुल के समीप डायवर्सन की मिट्टी दलदली हो गई.और शुक्रवार सुबह सात बजे सम्बंधित मार्ग से धरहरा की ओर जा रहा एक ओवरलोडिंग बालू लदा हाइवा ट्रक दलदली मिट्टी में फिसल कर निर्माणाधीन पुल में पलट गया. गनीमत रही कि दुर्घटना में वाहन के चालक और सहयोगी चालक सुरक्षित रहे और अन्य वाहन व स्थानीय ग्रामीण हताहत नहीं हुए. दुर्घनाग्रस्त हाइवा को जेसीबी की मदद से निकालने का प्रयास किया जा रहा है. मुंगेर में तेज बारिश हो रही है और मौसम विभाग के मुताबिक अगले 12 घंटे तक राहत की उम्मीद नहीं है.
छपरा में यास तूफान का असर दिख रहा है. यहां तेज बारिश हो रही है जिसके कारण शहर में भारी जलजमाव हो गया है. खासकर नगरपालिका चौक के पास बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं.वैशाली के महुआ अनुमंडल अंतर्गत महुआ में चक्रवाती तूफान ‘यास’ का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. गुरुवार देर शाम से तेज हवाओं के साथ हो रही भीषण बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं महुआ समस्तीपुर मार्ग पर भीषण जलजमाव के कारण सड़कों पर वाहनों का चलना दूभर हो गया है. सड़क पर भीषण जल जमाव होने के कारण कहीं भी सड़क दिखाई नहीं पा रही है, जिसके चलते दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है. वहीं दूसरी ओर तेज हवाओं के कारण महुआ कई इलाकों में भारी तबाही मची है. चांद सराय में एक विशाल पीपल का पेड़ सड़क पर गिर गया है, जिसके चलते सड़क पर आवागमन बाधित हो गया है. वहीं महुआ बाजार में लगे कई जगह बैनर पोस्टर टूटकर सड़क पर गिर गए हैं जिसके चलते भारी तबाही मची है उधर जिला प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है.
नरकटियागंज अनुमंडल क्षेत्र से है जहां ‘यास’ तूफान का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. आलम यह है कि नरकटियागंज अनुमंडल मुख्यालय सहित सिकटा, लौरिया, मैनाटांड प्रखंड क्षेत्र में भारी तबाही देखी जा रही हैं. पिछले दो दिनो से लगातार हो रही बारिश से जहां जनजिवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं नरकटियागंज अनुमंडल मुख्यालय के कई मोहल्ले में भारी जलजमाव हो गया है. वहीं ग्रामीण इलाके में सबसे अधिक नुकसान फसलों को हुआ हैं और खेत में लगे गन्ना के साथ साथ मक्के की फसल भी पूरी तरह डूब गई है. पिछले 24 घंटे से बारिश लगातार हो रही हैं, जिसके कारण भारी जलजमाव भी देखा जा रहा हैं और लोग घर में ही कैद हैं. अधिकांश जगहों पर विधुत आपूर्ति गुरुवार देर शाम से ही ठप है, जिसके कारण भी लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कमोबेश हालात पुरे जिले में एक जैसा ही हैं और जिला मुख्यालय के साथ साथ मझौलिया व चनपटिया प्रखंड क्षेत्र में भी भारी बारिश से जनजिवन प्रभावित हुआ है. बात अगर बेतिया जिला मुख्यालय की करें तो यहां भी गुरुवार देर रात से ही तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण शहर झील में तब्दील हो गया है और शहर के अधिकत्तर मोहल्ले में जलजमाव हो गया है और नाले भर गए है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई हैं