सिटी पोस्ट लाइव, रांची: चक्रवाती तूफान यास कल मध्य रात्रि में पश्चिमी सिंहभूम जिले से होता हुआ झारखण्ड पहुंच गया। इसके असर से झारखण्ड के अधिकांश भागों में बहुत तेज वर्षा हो रही है और साठ से अस्सी किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। ओडिसा के तटवर्ती इलाकों से टकराने के बाद चक्रवात यास तेज तूफान में बदल गया है और अब झारखण्ड के अधिकांश जिलों को अपनी चपेट में ले रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के मध्य और उत्तरी झारखंड के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं 15 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
रांची स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि ‘‘यास’’ तूफान मध्य रात्रि में पश्चिमी सिंहभूम जिले से डीप डिप्रेशन के रूप में झारखंड में प्रवेश किया और कुछ घंटे तक डीप डिप्रेशन बना रहा, बाद में यह कमजोर होकर आगे बढ़ा और शाम छह बजे तक यह रांची के आसपास से आगे बढ़ रहा है। उन्हांने अगले 24 घंटे में मध्य और उत्तरी झारखंड के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश होने की संभावना जतायी गयी है। इसके अलावा पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी। वहीं तूफान का असर अगले 48 घंटे तक रहने की संभावना है।
इधर, तूफान ‘यास’ का राजधानी रांची समेत राज्यभर में असर देखा जा रहा है। राजधानी रांची में तेज हवा के साथ हो रही बारिश से कई स्थानों पर पेड़ उखड़ने और टहनियां टूट कर गिरने की खबर है। वहीं निर्बाध बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर भी प्रतिकुल असर पड़ा है। सरायकेला खरसावां जिले में चक्रवात यास प्रवेश करने से पूर्व ही कमजोर पड़ गया जिसके कारण जान-माल की नुकसान नहीं हुई। हालांकि अधिक वर्षा के कारण कुछ गांव में मिट्टी के कच्चे मकान के ढहने की सूचना है। जिला प्रशासन द्वारा मिट्टी के घर में रहने वाले लोगों को पहले से ही शेल्टर हाउस में शिफ्ट करा दिया गया था। वहीं अत्यधिक वर्षा के कारण जिले की लाइफ लाइन खरकाई नदी उफान पर है। ओड़िशा स्थित एक डैम के सभी फाटक कल दिन भर खोल दिए गए थे ,जिसके कारण नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। खूंटी में यास चक्रवात का खासा असर देखा जा रहा है। रुक रुक कर चल रही हवाएं और अनवरत जारी बारिश से आसपास के नदी नालों में पानी भर गया है। दो दिनों से लगातर हो रही बारिश से खेत खलिहानों में भी जल जमाव हो गया है। तूफान के कारण धनबाद में भी भारी बारिश हो रही है।
पूर्वी सिंहभूम जिले में यास तूफान से कोई बड़ी क्षति अब तक नहीं हुई है । जिला प्रशासन ने काफी चैक चैबंद प्रबंध किया है। जिले के उपायुक्त सूरज कुमार ने बताया कि साढे सात हजार लोगों को आश्रय गृह में लाया गया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग, स्थानीय जिला प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रखी गई हैं। रांची, पूर्वी सिंहभूमि और सरायकेला खरसावां जिलों में कोविड-19 टीकाकरण अभियान दो दिन के लिए रोक दिया गया है। मौसम विभाग ने राज्य के 7 जिलों को ऑरेन्ज अलर्ट और चार जिलों को रेड अलर्ट पर रखा है।