तनाव को लेकर लेह-लद्दाख जाने वाले श्रमिक अभी नहीं जाएंगे: हेमंत सोरेन

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के संतालपरगना प्रमंडल के हजारों श्रमिक सीमा सड़क संगठन, बीआरओ की विभिन्न सड़क परियोजनाओं में लेह-लद्दाख के लिए रवाना होने वाले थे, लेकिन सीमा पर उत्पन्न तनाव के मद्देनजर राज्य सरकार ने फिलहाल श्रमिकों को सीमा पर भेजने से रोक दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि श्रमिकों को तत्काल सीमा पर जाने से रोक दिया गया है । इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि बड़े पैमाने पर राज्य के नौजवान सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमा सड़क संगठन, बीआरओ की ओर से कराये जाने जा रहे निर्माण कार्य में योगदान देने के लिए जा रहे थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले दिनों करीब दो हजार की संख्या में संताल परगना के विभिन्न जिलों के श्रमिक दुमका से विशेष ट्रेन से लेह-लद्दाख के लिए रवाना हुए थे, इसके अलावा अन्य विशेष श्रमिक ट्रेनों से राज्य के कामगार लेह-लद्दाख के लिए रवाना होने वाले थे। उन्होंने बताया कि राज्य के श्रमिक उसी इलाके में सड़क निर्माण कार्य करने के लिए जाने वाले थे, जहां मंगलवार को राज्य के साहेबगंज जिले के रहने वाले कुंदन ओझा समेत अन्य जवान शहीद हुए थे, ऐसी स्थिति में सीमा पर उत्पन्न तनाव की उत्पन्न स्थिति को देखते हुए थोड़ी देर के लिए रोका गया है, आगे बीआरओ के अधिकारियों से बातचीत करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सीमा पर उत्पन्न तनाव और हिंसक झड़प की खबर मिलने के कारण मंगलवार की देर शाम संतालपरगना के 1500 मजदूरों को लेकर लेह और लद्दख ले जाने वाली विशेष ट्रेन रवाना नहीं हुई।
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