सिटी पोस्ट लाइव :RJD नेता तेजस्वी यादव को ये बखूबी पता है कि केवल MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण के बलबूते सरकार नहीं बन सकती.अति-पिछड़े और और दलित NDA के साथ हैं.ऐसे में तेजस्वी यादव अगड़ों को पार्टी से जोड़ने की रणनीति पर जोरशोर से काम कर रहे हैं.खासतौर पर वो मिशन ‘R’ पर काम कर रहे हैं.कई दिग्गज राजपूत नेताओं को RJD में शामिल करने की पूरी तैयारी वो कर चुके थे लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की वजह से यह मिशन मुश्किल हो गया है. मिशन ‘R’ को ज़ोरदार झटका लगा है. सूत्रों के अनुसार फ़िलहाल RJD ने अपने मिशन पर ब्रेक लगा दिया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) के निधन के बाद RJD को इसका साइड इफ़ेक्ट दिखने लगा है. रघुवंश सिंह के स्वजातीय जो बड़े नेता RJD राजद में शामिल होने की तैयारी में थे, अब असमंजस में पड़ गए हैं.उन्हें RJD से राजपूत समाज के नाराजगी का डर सताने लगा है.सूत्रों के अनुसार पूर्व सांसद पुतुल देवी, उनकी बेटी श्रेयसी सिंह,पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह,पूर्व MLC सुनील सिंह, पूर्व सांसद रामा सिंह RJD में शामिल होनेवाले थे.लेकिन अब ईन राजपूत नेताओं को JDU से ऑफर मिलने लगा है.
JDU रघुवंश सिंह के मौत के बहाने राजपूत जाति पर डोरे डालने में जुट गई है. सत्तारूढ़ पार्टी रघुवंश सिंह के मौत के बहाने राजपूत जाति के वोटरों के भावनाओं को छूना चाहती है.कलतक जो राजपूत नेता RJD में शामिल होने की तैयारी में थे अब दुविधा में पड़ गए हैं कि RJD में जाने पर उन्हें अपने समाज का समर्थन मिलेगा या नहीं.