सिटी पोस्ट लाइव : देश में कोरोना का खतरा बना हुआ है तो दूसरी तरफ बिहार में शीतलहर का प्रकोप गहराता जा रहा है. कई जिलों में तापमान 8 डिग्री तक पहुंच गया है. वहीं कोरोना का खतरा बिहार में पहले से ही मंडरा रहा है. बता दें केंद्र सरकार ने केंद्र सरकार ने गाइडलाइन में कहा है कि, अगर तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाता है तो ऐसी स्थिति में है सुबह की पाली मैं स्कूलों का संचालन नहीं किया जाए. इसके अलावा अगर जरूरत पड़ी तो स्कूल को बंद भी किया जा सकता है.
इस गाइडलाइन जारी होने के बाद बिहार के शिक्षा विभाग में भी राज्य के सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को जल्द से जल्द उचित फैसला लेने का निर्देश जारी किया है. पटना के मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया है कि दो-तीन दिनों में ही तापमान बहुत तेजी से नीचे गिरने वाला है, ऐसे में अगर तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाता है तो इसे शीतलहर की स्थिति मानी जाती है. दिसंबर के अंतिम सप्ताह से जनवरी के तीसरे सप्ताह तक शीतलहर की स्थिति बनी रहती है ऐसे में अगर स्कूलों को बंद करना पड़े तो स्कूल के प्रधानाध्यापक शिक्षक बच्चों और अभिभावकों को तुरंत सूचना उपलब्ध कराएं.
इसके अलावा शीतलहर से बचाव के लिए विद्यालयों को नोटिस बोर्ड पर बचाव के लिए दिशा निर्देश के पोस्टर लगाने के निर्देश दिए जाएं. बता दें कि कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण और ठंड के असर को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को इस बारे में अलर्ट कर दिया है. हालांकि, अभी राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा है. लेकिन, पटना के मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक दो-तीन दिनों में ही तापमान इस हद तक नीचे जा भी सकता है.