सिटी पोस्ट लाइव : चिराग पासवान नीतीश सरकार की घेराबंदी में तो जुटे हुए हैं लेकिन वो बीजेपी के साथ मजबूती के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. क्या है चिराग पासवान की विधान सभा की चुनाव रणनीति. चिराग पासवान ने फर्स्ट बिहार, बिहारी फर्स्ट यात्रा की शुरुवात के दौरान लोगों से मिले फीड बैक के बाद अपना स्टैंड बदल चुके हैं. पहले नीतीश कुमार की तारीफ़ करनेवाले चिराग पासवान अब नीतीश सरकार की कमियां खामियां गिना रहे हैं. बिहार की कानून व्यवस्था, प्रवासी मजदूरों की समस्या को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं.
चिराग पासवान नीतीश कुमार के सीट बटवारे के फोर्मुले से अवगत हैं. उनको ये पता चल गया है कि नीतीश कुमार आधी सीटों पर चुनाव लड़कर उनकी पार्टी को 41 से 20 सीटों पर लाना चाहते हैं. चिराग पासवान पिछले विधान सभा चुनाव से कम सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हैं.वो बीजेपी के साथ इस उम्मीद के साथ खड़े हैं कि बीजेपी उनकी पार्टी के इंटरेस्ट को प्रोटेक्ट करेगी. बीजेपी ये सुनिश्चित करेगी कि उनको जितनी सीटें पीछालेचुनव में मिली थीं, उतनी ही सीटें इसबार भी मिले.
चिराग पासवान के संपर्क में विपक्ष के कई नेता हैं.वो उन्हें किसी तरह से महागठबंधन में लाना चाहते हैं.कांग्रेस पार्टी चिराग पासवान को साथ लेकर बाकी सभी छोटे दलों को साथ लेकर बीजेपी-आरजेडी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर सकती है. पप्पू यादव चिराग पासवान को CM कैंडिडेट बनाकर चुनाव लड़ने की मांग कर चुके हैं.लेकिन सबसे बड़ा सवाल –क्या तेजस्वी यादव चिराग पासवान को CM कैंडिडेट मानेगें? क्या चिराग पासवान बीजेपी को छोड़कर महागठबंधन के साथ आयेगें?