तेजस्वी ने नीतीश के विधायक पर उठाए सवाल तो जेडीयू सामने ले आयी राजबल्लभ-अरुण को

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार पर सवाल खड़े किए थे। तेजस्वी ने हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपने विधायक को बचा रहे हैं। विधायक के खिलाफ शिकायत करने वाली महिला को फिर उसी पुलिस के पास भेज दिया जो आरोपित को बचाने में जुटी है। अब तेजस्वी के इस हमले पर जेडीयू ने पलटवार किया है।

जेडीयू प्रवक्‍ता निखिल मंडल ने आरजेडी नेताओं का उदाहरण देते हुए तेजस्‍वी को घेरा है। उन्‍होंने दुष्‍कर्म के आरोपित राजबल्‍लभ और अरुण यादव मसला उठाया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार पर पूरा विश्‍वास करती है। इसी वजह से वे 2005 से सीएम बन रहे हैं। जेडीयू ने जब भी अपने किसी पदाधिकारियों को गलत पाया है तो उस पर कार्रवाई भी की है। जेडीयू ने यह बार- बार करके दिखाया है।जेडीयू, आरजेडी की तरह नहीं है, जहां राजबल्‍लभ प्रसाद और अरुण यादव को पोस्‍टर ब्‍वाय बनाकर पेश किया जाता है।

इससे पहले तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पूर्व जिला पार्षद की हत्‍या के मामले में गुहार लगाने पहुंची पत्‍नी को उसी पुलिस के पास भेज दिया गया जो आरोपित को बचाने में जुटी है। तेजस्‍वी ने कह दिया कि मुख्‍यमंत्री के निर्देश पर ही पुलिस आरोपित को बचा रही है।

आपको बता दें कि जिन आरजेडी नेताओं के सहारे जेडीयू ने तेजस्वी पर हमला बोला है उनमें अरुण यादव भोजपुर जिले के संदेश से आरजेडी विधायक थे। उन पर नाबालिग बच्‍ची से दुष्‍कर्म करने और देह व्‍यापार कराने का आरोप है। यह मामला दर्ज होने के बाद से ही वे लगातार फरार चल रहे हैं। पुलिस अब तक उन्‍हें तलाश नहीं पाई है। फिलहाल संदेश से उनकी पत्‍नी किरण देवी आरजेडी की विधायक हैं। वहीं राजबल्‍लभ यादव नवादा से आरजेडी के विधायक थे। उन पर भी दुष्‍कर्म का आरोप लगा और उन्‍हें जेल जाना पड़ा। इसके बाद आरजेडी ने राजबल्‍लभ को तो पार्टी से निकाल दिया, लेकिन उनकी जगह उनकी पत्‍नी विभा देवी को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया था।

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