सिटी पोस्ट लाइव: बिहार में पंचायत चुनाव कराने को राज्य निर्वाचन आयोग (Bihar Election Commission) तैयारी में जुटा है. राज्य निर्वाचन आयोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अंतिम चरण यानी नौवें और दसवें चरण में चुनाव कराए जाने पर विचार कर रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पंचायतों से पूरी तरह पानी निकल जाने की संभावना कम है. बाढ़ की वजह से पंचायत के मतदाता भी बाढ़ राहत शिविरों में रहेगें ,ऐसे में वो चुनाव में भाग नहीं ले पायेगें.इसी बात को ध्यान में रखते हुए बाढ़ प्रभावित ईलाकों में अंतिम चरण में चुनाव कराये जाने को लेकर मंथन चल रहा है.
सूत्रों की मानें तो पंचायत चुनाव कराने के पहले बाढ़ प्रभावित जिलों से जलजमाव वाली पंचायतों की रिपोर्ट निर्वाचन आयोग तलब करेगा. इस रिपोर्ट के मिल जाने के बाद चुनाव की तिथि तय की जाएगी अक्टूबर से ऐसे क्षेत्रों में चुनाव कराए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जलजमाव वाले क्षेत्रों में स्थित बूथों पर आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन की संभावना है. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार गैर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहले पंचायत चुनाव कराया जाएगा, इसके लिए पंचायतों में मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करने के साथ ही मतदाता सूची को अपडेट करने और मतदाताओं के लिए तमाम तरह की सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश जिला पदाधिकारियों को दिया जा चुका है.
कोरोना वायरस के संक्रमण की तेज रफ्तार के कारण बिहार में पंचायत चुनाव टल गए थे. पर अब सरकार की ओर से चुनाव करवाने के लिए हरी झंडी दे दी गई है. सूत्रों से मिली खबर के अनुसार अगस्त के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर सितंबर-अक्टूबर में ये चुनाव करवाए जा सकते हैं. बिहार में लगभग 15 जिले अति बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आते हैं और इन जिलों में जलजमाव वाली पंचायतों में चुनाव अंतिम चरण में कराए जाने की संभावना है.