सिटी पोस्ट लाइवः भारत और चीन विवाद से जुड़ी हुई बड़ी खबर आज आयी। दोनो देशों के बीच टकराव हुआ है। जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना की तरफ से इस बात की पुष्टि की गई है कि चीन को भी अपने जवानों का नुकसान झेलना पड़ा है। बताया जा रहा है कि दोनों तरफ से कोई भी गोली नहीं चली है लेकिन पत्थरबाजी में एक ऑफिसर समेत दो जवान शहीद हो गए हैं। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव सांतवें हफ्ते में पहुंच गया है और कई दौर की वार्ता इस टकराव को खत्म करने को लेकर हो चुकी है। अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकल सका है। इस बीच चीन ने भारत पर आरोप लगाया है कि इंडियन आर्मी के जवान सीमा को पार कर, चीनी जवानों को निशाना बना रहे हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से आक्रामक तरीके से इस घटना पर प्रतिक्रिया दी गई है। चीन के विदेश मंत्रालय से पूछा गया था कि चीनी जवानों के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना को नुकसान उठाना पड़ा है। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ने भारत को चेतावनी दी कि वह इस मसले को और न उलझाए और न ही किसी प्रकार की एकपक्षीय कार्रवाई करे। चीन ने भारत पर आरोप लगाया है कि इंडियन आर्मी के जवान सीमा को पार कर, चीनी जवानों को निशाना बना रहे हैं। दूसरी तरफ भारत-चीन विवाद को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के बड़े नेता कपिल सिब्बल ने पूछा कि आखिर पीएम मोदी की 56 इंच की छाती अब कहां है? कपिल सिब्बल ने ट्वीट करके लिखा, दो मुखी राजनीति, मोदी जी यूपीए पे आरोप लगाते थे के हम चीन को लाल आँख क्यूँ नहीं दिखाते जब वो एलएसी पार करता है, मोदी जी आप चीन को लद्दाख़ में लाल आँख दिखाने में क्यूँ झिझक रहे हैं ? और जब नेपाल आप को लाल आँख दिखा रहा है आप बातचीत करना चाहते हैं, छप्पन इंच की छाती कहां गयी ? भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा )पर हिंसक झड़प की खबर है। गलवन घाटी में पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। झड़प में भारतीय सेना के एक कमांडिंग ऑफिसर समेत तीन भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए। इसी बीच खबर आई है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे रक्षा मंत्री औस सीडीएस जनरल बिपिन रावत, राजनाथ सिंह के निवास पर पहुंच गए। दूसरी तरफ इस झड़प में चीनी सेना के भी पांच सैनिकों के मारे जाने और 11 जवानों के गंभीर तौर पर घायल होने की सूचना है। हालांकि, चीन की सेना की तरफ से अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के वरिष्ठ पत्रकार ने सोशल साइट पर यह जानकारी दी है कि चीनी पक्ष को भी भारी क्षति उठानी पड़ी है।