माल्या का खुलासा: भारत छोड़ने से पहले मिला था जेटली से, तेजस्वी का पीएम पर हमला
सिटी पोस्ट लाइव : भारत के विभिन्न बैंकों से हजारों करोड़ का लोन लेकर डकार न लेनेवाले देश के सबसे बड़े आर्थिक अपराधी और भगौड़ा विजय माल्या ने एक बड़ा बयान दिया है. उसके बयान से सियासी तूफ़ान खड़ा कर दिया है. माल्या ने दावा किया है कि भारत छोड़ने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से उसने मुलाकात की थी. उसके इस बयान के बाद विपक्ष का मोदी सरकार पर बड़ा हमला शुरू हो गया है.
आज लंदन में वेस्टमिन्स्टर मजिस्ट्रेट की अदालत के बाहर माल्या ने कहा कि उसने पूरे मामले को सुलझाने के लिए भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी. मैं बैंकों का बकाया कर्ज चुकाने के लिए तैयार था. लेकिन बैंकों ने उसके सेटलमेंट को लेकर सवाल खड़े किए.” विजय माल्या ने देश का 9000 करोड़ रुपये लेकर भागने के आरोपों के बारे में कहा कि वह देश छोड़कर तब इसलिए गया था, क्योंकि उसे जेनेवा में एक बैठक में जाना था. जाने से पहले वह वित्त मंत्री से मिला था.
माल्या के इस बड़े बयान को लेकर जब हंगामा मचा तो अरुण जेटली भी सामने आये. उन्होंने ट्वीट किया- “माल्या का बयान गलत है. साल 2014 के बाद से मैंने उन्हें मिलने का वक्त ही नहीं दिया. ऐसे उनसे मेरे मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता है.”अरुण जेटली ने बताया कि राज्यसभा के सदस्य होने के नाते माल्या कभी-कभी सदन की कार्यवाही में हिस्सा भी लेता था. वित्त मंत्री ने लिखा है, “उसने एक बार इस विशेषाधिकार का गलत फायदा उठाया और जब मैं सदन से निकल कर अपने कमरे की तरफ बढ़ रहा था तो वह तेजी से पीछा कर मेरे पास आ गया. चलते-चलते उसने कहा कि उसके पास कर्ज के समाधान की एक योजना है.” जेटली आगे लिखा है – “उसकी पहले की ऐसी ‘झूठी पेशकश’ के बारे में पहले से पूरी तरह अवगत होने के कारण उसे बातचीत आगे बढ़ाने का मौका नहीं दिया. मैंने कहा कि ‘मुझसे बात करने का कोई फायदा नहीं है. उसे अपनी बात बैंकों के सामने रखनी चाहिए.”
तेजस्वी यादव ने भी माल्या-जेटली की मुलाकात पर जोरदार हमला किया. तेजस्वी ने कहा कि मोदी सरकार घोटालेबाजों और भगोड़ों के साथ हाथ मिलाए हुए है. उन्होंने मिलकर हजारों करोड़ के लूट की साजिश रची. पीएम और वित्तमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए. विजय माल्या के दावों के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने भी मोदी सरकार पर करारा वार किया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अरुण जेटली को जनता के बीच जवाब देना होगा. आखिर इस मुलाकात को क्यों छुपाए हुए थे. कांग्रेस ने भी माल्या, पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि भगौड़ो का साथ, लुटेरों का विकास बीजेपी का एकमात्र लक्ष्य है. यह सरकार मुट्ठी भर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाना से लेकर बैंक लूटाने में जुटी हुई है.