सिटी पोस्ट लाइव: कल जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में उमेश कुशवाहा को जदयू का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने का ऐलान मुख्यमंत्री ने कर दिया. वहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, उन्होंने कहा कि, यह मेरी पार्टी का मामला नहीं है इसलिए उन्हें इस बारे में उन्हें कुछ नहीं कहना है. अगर कोई सरकारी बात होती या जनता से जुड़ी कोई बात होती तो टिप्पणी करते लेकिन यह उनकी पार्टी का मामला है. हालांकि उन्होंने यह कहा कि अगर जेडीयू ने उमेश कुशवाहा पर विश्वास जताया है, तो अच्छी बात है. बता दें कि उमेश कुशवाहा और उपेंद्र कुशवाहा दोनों वैशाली जिला के रहने वाले हैं. दोनों की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी एक है.
बता दें कि, रविवार को रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन के आयरकोठा में एक कार्यकर्ता के यहां निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. वहीं वह विधानसभा चुनाव के बाद से मीडिया से दूरी बना ली थी लेकिन यह कार्यक्रम के दौरान वे मीडिया से मुखातिब हुए. वहीं उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर यह भी कहा कि, आखिर क्या कारण है कि आज जेडीयू की यह स्थिति हो गई है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वर्तमान हालात की समीक्षा करनी चाहिए. अपनी पुरानी साख को कैसे कायम रखा जाए? उन्हें इसकी वजह तलाशनी चाहिए.
मध्यावधि चुनाव को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि, व्यक्तिगत रूप से उन्हें नहीं लगता है की चुनाव होगी. वहीं राजद द्वारा किसानों के समर्थन में किये जाने वाले मानव श्रृंखला के बारे में कहा कि, किसानों के लिए कोई भी आंदोलन होता है तो वह अच्छा काम है चाहे कोई भी करे. यह एक अच्छा काम है. पिछली दफा भी हमारी पार्टी ने किसानों के समर्थन में भारत बंद में अपना समर्थन दिया था. वहीं उन्होंने सीएम से मुलाकात की बात पर कहा कि, शिक्षा उनका डिमांड है. अगर कभी जनता के लिए ज़रुरत पड़ी या शिक्षा से जुड़े मामले में उनसे मिलना पड़े तो नीतीश कुमार से मुलाकात हो सकती है.