सिटी पोस्ट लाइव: बिहार की राजनीति में इन दिनों जातीय जनगणना का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. लगातार इस मुद्दे पर चर्चाएं हो रही है. वहीं, इस मुद्दे को लेकर एनडीए में तनाव की भी खबरें सामने आ रही थी. इस बीच जातीय जनगणना को लेकर सोशलिस्ट इम्प्लॉइज संगठन की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री व जदयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने किया. वहीं, इस दौरान ओबीसी मोर्चा की ओर से जारी एक रिपोर्ट का भी लोकार्पण किया है.
वहीं, इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने जतीय जनगणना को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि सभी की आज जरूरत है. वहीं, उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते है कि जातीय जनगणना से तनाव पैदा होता हैं लेकिन, उनको यह पता होनी चाहिए कि धार्मिक जनगणना से ही तनाव पैदा होता हैं और लोग चाहते हैं कि धार्मिक तनाव रहे. साथ ही कहा कि, हमलोगों की यह कोशिश है कि जातीय जनगणना हो ताकि जाति का आंकड़ा सभी को मिल सके.
बता दें कि, जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा था. इस पत्र का अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. लेकिन, इस पत्र का एक्नॉलेजमेंट प्राप्त हो चुका है. प्रधानमंत्री के पास पत्र पहुंच चूका है उन्होंने उन्होंने इसे पढ़ भी लिया है. वहीं, इस पत्र को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आने से कल ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है.