सिटी पोस्ट लाइव : केंद्रीय इस्पात मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने इस्पात मंत्रालय में अधिकारियों के साथ बैठक की है। स्टील सीपीएसई द्वारा लौह अयस्क फाइन के निपटान पर उन्होंने समीक्षा की । इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि फोकस, चिंतन, निश्चय, प्रतिबद्धता और दृढ़ता की कमी को केवल अपनेपन की भावना और देश की सेवा करने के लिए दृढ़ संकल्प से दूर किया जा सकता है।
मंत्री आरसीपी सिंह ने लौह अयस्क के रूप में इस राष्ट्रीय संपत्ति के लिए स्वामित्व और जवाबदेही लेने तथा इन संसाधनों के मुद्रीकरण में समय बर्बाद न करने संबंधी निर्देश दिए हैं।इसमें इस्पात मंत्रालय, स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (SAIL) और राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे |
इस्पात मंत्री ने उपक्रमों को लौह अयस्क के रूप में राष्ट्रीय संपदा के लिए स्वामित्व और जवाबदेही लेने और इन संसाधनों के यथोचित उपयोग में समय नहीं गंवाने का निर्देश दिया । साथ ही यह सुझाव दिया कि शीर्ष प्रबंधन को इन परिसंपत्तियों के नकद मूल्य के संदर्भ में सोच कर मानसिकता और दृष्टिकोण को बदलना चाहिए और संसाधन को अधिकतम उपयोग में लाने के लिए लीक से हटकर सोचना चाहिए।