सिटी पोस्ट लाइव : राज्य में यरिया सहित अन्य उर्वरकों की किल्लत के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराने वाले बिहार सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को जबाब मिल गया है.केंद्रीय राज्य मंत्री भगवंत खुबा मंत्री के आरोपों का जबाब देने के लिए दिल्ली से पटना पहुँच गये. उन्होंने बिहार सरकार से जुड़े लोगों पर खाद की कालाबाजारी का आरोप लगा दिया.उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से देश भर में कहीं भी यूरिया की किल्लत नहीं होने दी गई है. जो भी गड़बड़ी हुई बिहार सरकार के कारण हुई.
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि प्रदेश में जान बूझकर उर्वरकों की किल्लत बताई जा रही है. केंद्रीय मंत्री ने बिहार सरकार पर ही खाद की कालाबाजारी करवाने का आरोप लगा दिया.प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगवंत खूबा ने कहा कि अगस्त महीने में उर्वरक की किल्लत और कालाबाजारी का खेल खेला गया, इसकी जानकारी बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुझे दी. उसके बाद किसानों को भारत सरकार के तरफ से किसानों की चिंता को देखते हुए मैं बिहार आया हूं. मैं पटना में उर्वरक का हिसाब देने पटना आया हूं.
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह कलाबाजारी रोकने और किसानों को अधिक पैसे में यूरिया खरीदने से रोकने में विफल रहे हैं. कमजोर नेतृत्व वाली सरकार होने पर यह हाल होता है. हर राज्य के साथ हम बैठक करते हैं जिसमें पूरे हफ्ते की जानकारी होती है. पीएम मोदी ने विशेष कर किसानों की चिंता करते हुए एक सिस्टम बनाया है.केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ओर से देश भर में कहीं भी यूरिया की किल्लत नहीं होने दी गई है. जो भी गड़बड़ी हुई बिहार सरकार के कारण गड़बड़ी हुई. 262 रुपए में यूरिया किसानों को भारत सरकार देती है. 2500 से 3000 सब्सिडी डीएपी पर देती है. मोदी सरकार ने इस बार 2.5 लाख सब्सिडी किसानों को फर्टिलाइजर पर दिया गया.
बता दें कि हाल में ही बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने आ रोप लगाया था कि किसानों को आवश्यकता अनुसार खाद और उर्वरक नहीं मिल रहा है. इस पर भगवंत खुबा ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे कालाबाजरी और किसानों की समस्या खत्म करने में नाकाम रहें हैं. यह कमजोर सरकार की पहचान है. खुबा ने कहा कि केंद्र सरकार पहले भी मदद कर रही थी और आगे भी करती रहेगी.