तूतीकोरिन में तनाव कायम, पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवा ठप
सिटी पोस्ट लाइव : तमिलनाडु के तूतीकोरिन का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रह है। स्टरलाइट कॉपर प्लांट का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की फायरिंग में 13 लोगों की मौत के बाद वहां अब भी तनाव कायम है। इस बीच प्रशासन ने तूतीकोरिन में पांच दिन के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में भारी तादाद में पुलिसबल तैनात किया गया है। पुलिसिया कार्रवाई को लेकर इस पर राजनीति भी गरम है। पुलिस फायरिंग के विरोध में उतर आई डीएमके ने पुलिस गोलीबारी में नागरिकों की मौत को लेकर एआईएडीएमके सरकार के खिलाफ 25 मई को तमिलनाडु में राज्यव्यापी बंद का ऐलान किया है। घटना के बाद बुधवार को मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने स्टरलाइट प्लांट के विस्तार पर रोक लगा दी है। गृह मंत्रालय ने भी तूतीकोरिन पुलिस फायरिंग पर तमिलनाडु सरकार से रिपोर्ट मांगी है।बता दें तूतीकोरिन में कंपनी ने चार लाख टन प्रति वर्ष उत्पपादनवाली स्टरलाइट कॉपर परियोजना के विस्तार का ऐलान किया था, जिसके खिलाफ यहां लोग बीते 100 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं जो मंगलवार को हिंसक हो गया। लोगों में इस परियोजना से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता बनी हुई है। इसके खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय तक एक रैली निकालने का फैसला किया था। इस प्रदर्शन के दौरान सरकारी वाहनों में आगजनी और कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ की गई। बताया जा रहा है कि हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की जिसमें 11 लोग मारे गए।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा कि प्रदर्शनकारी क्षेत्र में निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर कलेक्ट्रेट की तरफ जुलूस निकाल रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव ही नहीं किया, बल्कि उनके वाहनों तथा कलेक्ट्रेट में खड़े वाहनों को आग भी लगा दी। उन्होंने कहा, ”पुलिस को लोगों के जानमाल की रक्षा के लिए अपरिहार्य परिस्थितियों में कार्रवाई करनी पड़ी क्योंकि प्रदर्शनकारी बार-बार हिंसा कर रहे थे।
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