गंभीर बीमारियों के शिकार हजारों पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने का खतरा.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में कोरोना का संक्रमण इस कदर बढ़ रहा है कि लगता है घर से बाहर निकले वाला कोई सख्श नहीं बचेगा.सबसे ज्यादा चिंता इस बात को लेकर बढ़ गई है कि फरों कोरोना वारियर्स ही तेजी से चपेट में आते जा रहे हैं.अबतक सैकड़ो स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर्स संक्रमित हो चुके हैं.सबसे ज्यादा संक्रमण के शिकार पुलिस फ़ोर्स हुई है. बिहार में करीब एक लाख पुलिसकर्मी हैं जो कोरोना के संक्रमण के बीच अपनी ड्यूटी करते रहे हैं.सरकार की चिंता इस बात को लेकर बढ़ गई है कि पुलिस फोर्स में करीब 27 हजार सिपाही और अधिकारी हैं  जो हृदय रोग, दमा, मोटापा, डिप्रेशन, डायबिटीज जैसे बीमारियों से ग्रसित हैं.उन्हें संक्रमण का खतरा ज्यादा है.

 12 हजार से अधिक पुलिसकर्मी बीमार तो नहीं हैं, लेकिन 55 साल की उम्र पार करने के कारण कोरोना के संक्रमण के सॉफ्ट टारगेट में हैं. पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक 17 जुलाई, 2020 तक राज्य भर में 666 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.इनमें दो की मौत हो चुकी है. एडीजीपी जितेंद्र कुमार का कहना है कि बीमार पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट ड्यूटी दी जा रही है, ताकि वे कोरोना से बचे रहें.राज्य में बहुत ही तेजी से कोराना का संक्रमण पैर पसार रहा है. अति सुरक्षित और हाइजीन एरिया में रहने वाले लोग भी संक्रमित हो रहे है. ऐसे में फ्रंट लाइन वारियर्स की भूमिका निभा रहे पुलिस के जवान भी संक्रमण की जद में हैं. बुजुर्ग और किसी-न- किसी बीमारी से पीड़ित पुलिसकर्मियों पर खतरा सबसे अधिक है.

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