सिटी पोस्ट लाइवः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अपनों ने हीं तेजस्वी यादव की लड़ाई को मुश्किल बना दिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक झटके से उबर भी नहीं पा रहे हैं कि दूसरा झटका उन्हें तुरंत लग रहा है और अब यह कयास है कि दरअसल अब जो झटका तेजस्वी यादव को लगने जा रहा है उससे उबरना तेजस्वी के लिए बहुत मुश्किल होगा। पहले आरजेडी के 5 विधानपार्षद जेडीयू में शामिल हो गये। फिर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद ने इस्तीफा दे दिया अब खबर है आरजेडी के कई और विधायक दूसरी पार्टियों का दामन थाम सकते हैं। इस लिस्ट में लालू और तेजस्वी के खासमखास लोगों के नाम भी हैं। लालू के काफी करीबी माने जाने वाले अब्दुल बारी सिद्धकी, भोला यादव और तेजस्वी के काफी करीबी आलोक मेहता को लेकर कयास हैं कि वे भी पाला बदल सकते हैं।
अंदखाने से जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक राज्यपाल कोटे की बारह विधान परिषद की सीटें बिहार में आरजेडी का खेल बिगाड़ सकती है। एनडीए में विधानपरिषद की इन बारह सीटों में से 6 जेडीयू, 5 बीजेपी और एक एलजेपी को मिला है। माना जा रहा है कि जेडीयू अपने खाते की 6 विधानसभा सीटों में से तीन आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्धकी, भोला यादव और आलोक मेहता को देकर उन्हें विधान परिषद भेज सकती है। हांलाकि कयासों से अलग कुछ नाम हैं जिनके बारे में बिल्कुल तय है कि वे आरजेडी छोड़कर दूसरी पार्टियों का दामन थाम सकते हैं। आरजेडी विधायक महेश्वर यादव, फराज फातमी और चंद्रिका राय जेडीयू ज्वाइन करेंगे यह बिल्कुल तय है। फराज फातमी पूर्व सांसद अली अशरफ फातमी के बेटे हैं और अली अशरफ फातमी ने एक साल पहले हीं जेडीयू का दामन थाम लिया था।
आरजेडी विधायक फराज फातमी कई मौकों पर सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते रहे हैं इसलिए माना जा रहा है कि वे भी पिता की राह पर चलेंगे और जेडीयू ज्वाइन करेंगे। आरजेडी विधायक महेश्वर यादव खुलकर बगावत का बिगुल फूंकते रहे हैं और तेजस्वी यादव पर हमलावर रहे हैं। चंद्रिका राय न सिर्फ आरजेडी के विधायक हैं बल्कि लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के ससुर भी हैं लालू यादव और चंद्रिका राय के परिवार के बीच रिश्तों में जो तल्खी आयी है और जिन वजहों से आयी है वो सब जानते हैं ऐसे में उनका जेडीयू में जाना भी तय माना जा रहा है।