सिटी पोस्ट लाइव: बिहार की सियासत में इन दिनों लगातार हलचल मची हुई है. पहले एलजेपी में हुई टूट को लेकर काफी दिनों तक सियासत गरमाई रही. वहीं, अब तेजस्वी यादव की पटना में एंट्री से भी हलचल मची हुई है. बिहार की राजनीति में तो एलजेपी का माला ठंडा होने का नाम ही नहीं ले रहा है. लगातार पशुपति परस और चिराग पासवान के समर्थक और कार्यकर्ताओं के बीच वार-पलटवार जरी है. इसी क्रम में अब जहानाबाद से पूर्व सांसद और भारतीय सबलोग पार्टी के प्रमुख डॉ. अरुण कुमार ने एंट्री मार दी है.
दरअसल, अरुण कुमार ने चिराग पासवान का समर्थन किया है. साथ ही उनका कहना है कि, चिराग पासवान में नेता बनने की पूरी-पूरी संभावना है. वे दलितों की सेवा कर सकते हैं और इसके जरिये वे दलित समुदाय का नया चेहरा भी बन सकते हैं. बता दें कि, चिराग पासवान द्वारा 5 जुलाई को स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती के मौके पर आशीर्वाद यात्रा निकाले जाने की घोषणा की गयी है. वहीं, अरुण कुमार ने इस यात्रा को लेकर भी कहा कि वे इस यात्रा का पूर्ण समर्थन देंगे.
जानकारी के मुताबिक, अरुण कुमार का यह भी कहना था कि, नीतीश कुमार को बिहार से हटाने के लिए आने वाले दिनों में जरूरत पड़ी तो वे अपने पार्टी को चिराग के पार्टी में मर्ज भी कर लेंगे. वहीं, अरुण कुमार ने हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी को भी न्योता दे दिया है. साथ ही उनकी तारफ भी की है. खबर की माने तो, चिराग पासवान के समर्थन के दौरान उन्होंने दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की भी मांग कर दी है. बता दें कि, अरुण कुमार नीतीश कुमार के प्रबल विरोधी नेता माने जाते हैं वहीं अब उन्होंने चिराग पासवान का साथ दे दिया है.