सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना का संक्रमण बिहार में तेजी से फ़ैल रहा है.अब तो गावों में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है.अगर समय रहते लोग नैन चेते तो कोरोना से गावं भी नहीं बचेगें.सहर में तो सरकार ईलाज की व्यवस्था कर नहीं पा रही है, ऐसे में अगर गावों में कोरोना फैला तो क्या होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.बिहार के बक्सर का रेवटियां गांव कोरोना से लड़ने में सौ फीसदी सफलता हाशिल की है. पहली लहर हो या दूसरी 60 हजार की आबादी वाले इस गावं को अबतक कोरोना नहीं छू पाया है.
गौरतलब है कि बक्सर जिले का चौंगाई प्रखंड संक्रमण का हॉट-स्पॉट बना रहा. लेकिन इसी प्रखंड के नाचाप पंचायत के रेवटियां गांव के ग्रामीणों को संक्रमण आजतक छू भी नहीं सका. दरअसल, इस गांव के लोगों ने सतर्कता और संयम का मिसाल पेश किया है. 13 महीने से गांवके न तो बेवजह कहीं जाते हैं और ना ही बाहर से आने वाले लोगों को कोई तरजीह देते हैं. गांव के लोगों ने बैठक कर कड़े नियम बनाए.
लगभग दो हजार की आबादी वाले इस गांव से बड़ी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों में रोजगी-रोजगार के लिए गए हुए हैं. उनके वापस आने पर उन्हें गांव के बाहर स्कूल में कम से कम तीन दिन क्वारंटाइन रहना पड़ता है. लक्षण नजर आने पर उनकी जांच कराई जाती है. पिछले साल बाहर से आए गांव का एक प्रवासी संक्रमित भी मिला था. गांव के नियम का पालन करने के कारण उसके गांव में घुसने से पहले ही इसका पता चल गया और उसे बाहर-बाहर ही इलाज के लिए अनुमंडल स्तर पर बने आइसोलेशन केंद्र में भेज दिया गया. बाद में संक्रमण मुक्त होकर वह गांव में आया.