बागी हुए तेजप्रताप, कहा-‘मुझे नजरअंदाज किया जा रहा था इसलिए दिया इस्तीफा
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के पूर्व स्वास्थ्यमंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कल छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा देकर लालू परिवार के अंदरखाने भूचाल ला दिया। दो सीटों की डिमांड पूरी नहीं होने से नाराज तेजप्रताप यादव ने इस्तीफा देकर लालू परिवार और राजद दोनों की मुश्किलें बढ़ा दी है। उनके इस्तीफे के बाद कई तरह के कयास लग रहे थे क्योंकि उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए इस्तीफे का एलान किया था, उनका कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। कल उन्होंने प्रेस काॅन्फ्रेंस भी बुलायी थी और फिर खुद के द्वारा हीं बुलायी गयी प्रेस काॅन्फ्रेंस में नहीं पहुंचे थे।
तेजप्रताप यादव ने अब एक बेव चैनल को दिये इंटरव्यू में यह खुलासा किया है कि आखिरकार उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया? तेजप्रताप ने कहा कि मैंने बार-बार हर मंच से कहा कि तेजस्वी मेरा अर्जुन है, मैं तेजस्वी को सीएम बनाना चाहता हूं बावजूद इसके मुझे नजरअंदाज किया जा रहा था। उन्होनंे कहा कि मैंने पहले भी साफ किया था कि चाहे विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा का दो सीटें रिजर्व होंगी यानि इन चुनावों में दो सीटों पर मैं जिन उम्मीदवारों को कहूंगा उन्हें पार्टी टिकट देगी। इस बार भी जहानाबाद और शिवहर से पार्टी के कार्यकर्ताओं को मैं चुनाव लड़ाना चाहता था, तेजस्वी यादव ने आश्वासन भी दिया था कि मेरी मांग मानी जाएगी लेकिन देर हो रही थी, मुझे नजरअंदाज किया जा रहा था इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को मेरा इस्तीफा स्वीकार करना होगा। तेजप्रताप यादव ने कहा कि मैं अपने उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करूंगा। मैंने सभी दलों का ठेका नहीं ले रखा है राजद में आपराधिक छवि के लोगों को टिकट नहीं मिलना चाहिए बल्कि कर्मठ कार्यकर्ताओं को टिकट मिलना चाहिए। बहरहाल तेजप्रताप यादव ने पहले इस्तीफा और अब खुलकर अपना दर्द बयां कर एक तरह से पार्टी और परिवार दोनों की मुश्किलें बढ़ा दी है क्योंकि राजद और लालू परिवार के लिए राजनीतिक चुनौतियां पहले से हीं बहुत ज्यादा है।