सिटी पोस्ट लाइव : पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए गठित सात सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शुक्रवार को सौंप दी है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के निर्देश पर बनाई गई इस कमेटी ने माना है कि सुबह में विमानों की हो रही लेटलतीफी से परिसर में विमानों की बंचिंग हो जा रही है।
दरअसल, एक समय में कई बार छह से सात विमानों की आवाजाही की स्थिति बन जा रही है। इससे टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर से लेकर भीतर तक लंबी लाइन हो रही है। समिति ने सुझाव दिया है कि पटना एयरपोर्ट से हर घंटे फिलहाल तीन से चार विमानों का परिचालन हो। ताकि यात्रियों की भीड़ एयरपोर्ट परिसर में न लगे और उन्हें चेक इन एरिया व सिक्युरिटी होल्ड एरिया में ज्यादा देर तक कतार में लगना नहीं पड़े।
सुबह और शाम में हर घंटे विमानों की संख्या पांच से छह है। कुहासा की वजह से पहली फ्लाइट हमेशा नौ बजे के बाद आती है। समस्या तब और बड़ी हो जाती है जब उसके बाद भी विमानों की लेटलतीफी ज्यादा हो जा रही है। पटना एयरपोर्ट पर सुविधाओं के बढ़ाने के बाद भी भीड़ की वजह विमानों की संख्या में बढ़ोतरी भी है। फिलहाल एयरपोर्ट से कुल 40 विमान उड़ान भर रहे हैं। पिछले साल मात्र 28 विमान शेड्यूल में थे।
एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि 15 जनवरी के बाद विमानों की संख्या बढ़ेगी। सभी एयरलाइंस को कहा गया है कि वे अपने विमानों के परिचालन समय को ठीक तरह व्यवस्थित करें कि हर घंटे तीन से चार फ्लाइट हो। अभी सुबह पौने आठ बजे से रात साढ़े नौ तक विमानों का ऑपरेशन होता है।