सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस नेता राहुल गांधी भले तेजस्वी यादव के साथ नजर आ रहे हैं लेकिन बिहार में कांग्रेस के साथ RJD के रिश्ते सहज नहीं दिखाई दे रहे.इस बीच बिहार के लोगों के बारे में कांग्रेस के बड़े नेताओं के लगातार आपत्तिजनक बयानों से तेजस्वी यादव असहज दिखाई दे रहे हैं. तेलंगाना के कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी द्वारा बिहारी डीएनए की आलोचना किए जाने को लेकर सियासत तेज हो गई है. RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसा बयान तो अज्ञानी ही दे सकता है. उन्होंने कहा कि बिहार की धरती सम्राट अशोक और भगवान महावीर जैसे महापुरुषों की धरती है.लेकिन हैरत की बात ये है कि बिहार में कांग्रेस के नेता रेड्डी के बयान का समर्थन कर रहे हैं.
बीजेपी और जेडीयू के नेताओं ने भी कांग्रेस नेता के बयान की तीखी आलोचना की है, इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि वे बिहार के भैयों को अपने राज्य में घुसने नहीं देंगे.बिहार सरकार के जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने मंगलवार को कहा कि तेलंगाना के कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने बिहारी डीएनए के संबंध में जो बयान दिया है वह उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है. बिहार मूल के सुयोग्य अधिकारियों की तैनाती को लेकर रेड्डी ने टिप्पणी की है. संजय ने कहा कि यह एक ऐसे क्षेत्र विशेष के प्रति कांग्रेस नेता की नफरत और घृणा को दर्शाता है जिसने नौकरशाही और राष्ट्र निर्माण में व्यापक योगदान किया है.
संजय झा ने कहा कि रेड्डी यह भूल गये हैं कि बिहारी डीएनए ने भगवान बुद्ध, गुरुगोविंद सिंह, सम्राट अशोक और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे युग पुरुषों को जन्म दिया है. बिहार लोकतंत्र की भी जननी है. यह बिहारी डीएनए ही है जिसने डा. राजेंद्र प्रसाद के रूप में देश को पहला राष्ट्रपति दिया. महात्मा गांधी को बिहार के प्रति अटूट आस्था थी तभी उन्होंने अपने सत्याग्रह के लिए बिहार को ही चुना. संजय ने कहा कि यह बिहारी डीएनए ही है जिसने नालंदा विश्वविद्यालय के रूप में भारत को पहला वैश्विक ज्ञान का केंद्र दिया. यह आर्यभट्ट और वशिष्ठ नारायण सिंह का बिहारी डीएनए ही है जिसने गणित और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.