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उप्र में नौकरी का एकमात्र मानक मेरिट, भ्रष्टाचार हुआ तो जेल बनेगा ठिकाना : योगी

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सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरी का एकमात्र मानक मेरिट है। पूरी शुचिता और पारदर्शिता के साथ योग्य उम्मीदवार को ही नौकरी मिलेगी। इसमें गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। बावजूद इसके नियुक्तियों में भ्रष्टाचार हुआ तो दोषियों को जेल में ही ठिकाना मिलेगा। मुख्यमंत्री शुक्रवार को राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित 3,317 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने पांच शिक्षकों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र दिया। इन शिक्षकों में से बाराबंकी की ज्याेति शर्मा, लखनऊ की कीर्ति वर्मा, बाराबंकी के अखलाख, प्रयागराज के संदीप कुमार सिंह और अयोध्या की सुमित्रा देवी रहीं। वहीं अन्य शिक्षकों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र जारी किया गया।
निक्तियों में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता हमारी पूंजी
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में तीन लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। इन भर्तियों में प्रक्रिया में कोई अंगुली नहीं उठा सकता है। सभी निक्तियों में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता का ध्यान रखा गया है। यही हमारी पूंजी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने तकनीक को बहुत नजदीक से जाना है। ऑनलाइन व्यवस्था का लाभ गरीबों को सीधे पहुंचाया जा रहा है। ऑनलाइन शिक्षा हो या फिर गरीबों और बुजुर्गों तक लाभ पहुंचाने का कार्य हो, एक क्लिक में उनके खाते में राहत राशि पहुंचाई गई है। अब चयन प्रक्रिया में भी इसका लाभ पूरी पारदर्शिता के साथ मिल रहा है।
शिक्षक  होता है समाज का मार्ग दर्शक
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक समाज का मार्ग दर्शक होता है। आज चयनित सभी युवाओं को इसे सिद्ध करना होगा। एक शिक्षक चाहे तो समाज की व्यवस्था में परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि आज ऑपरेशन कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं। नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए कामना की। उन्होंने कहा कि, याद कीजिये साढ़े तीन साल पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की शोहरत किस वजह से थी। अब उसके उलट यह नियुक्तियों में पारदर्शिता के लिए जाना जाता है। अब यहां नियुक्ति का एक मात्र मानक मेरिट है। आप लोगों का चयन खुद में इसका प्रमाण है।
शिक्षक स्वयं और बच्चों को तकनीकी रूप से करें अपडेट 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि मौजूदा युग तकनीक का है। खुद भी तकनीकी रूप से अपडेट रहें और बच्चों को भी करें। तकनीक ही पारदर्शिता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि युवा हमारी पूंजी है। जो जिस लायक है उसकी मेरिट का सम्मान करते हुए वह जगह मिल रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुछ नवनियुक्त शिक्षकों से बात भी की। उन्होंने कहा कि शिक्षक मार्गदर्शक होता है। इस रूप में उसका फर्ज भी बड़ा होता है। अगर एक शिक्षक पूरी लगन और ऊर्जा से बच्चों को पढ़ाए तो उसमें समाज बदलने की क्षमता होती है। अपने काम से वह न केवल बच्चों में बल्कि समाज में भी सम्माननीय होता है। आने वाली पीढियों के लिए वह नजीर बना जाता है, पर इस सबके लिए उसे खुद को साबित करना अपने कार्य एवं व्यवहार से साबित करना होता है।
पठन-पाठन के क्षेत्र में भी विभाग ने किया गुणात्मक सुधार-डॉ.दिनेश शर्मा
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि समय से सत्र, नकल विहीन परीक्षा और तय समय में नतीजे हमारी उपलब्धियां रहीं। साथ ही पठन-पाठन के क्षेत्र में भी विभाग ने गुणात्मक सुधार किया। उल्लेखनीय है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग के माध्यमिक विद्यालयों में 10,768 सहायक अध्यापकों की भर्ती में हिंदी, कला और सामाजिक अध्ययन विषय को छोड़कर अन्य विषयों में 3,317 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। नियुक्ति में विधवा, गंभीर बीमारी से ग्रस्त, सैनिक की पत्नी या पति, दिव्यांग सहित अन्य श्रेणियों के चयनित अभ्यर्थियों को वरीयता दी गई है।

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