मधुबनी : लगातार बारिश से सड़कों की हालत हुई खराब, बाढ़ का भी मंडरा रहा खतरा

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : पड़ोसी देश नेपाल के पहाड़ी इलाके में पिछले कई दिनों से लगातार भारी वर्षा होने से मधुबनी जिले के सीमावर्ती हरलाखी प्रखंड में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। रविवार की सुबह से ही इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बहने वाली जमुनी व बेलन्योति नदी में जलस्तर बढ़ने लगा। वैसे देर शाम तक नदी में पानी खतरे निशान से नीचे था। बाढ़ के संभावना के कारण सीमावर्ती इलाके के लोगों में चिता बढ़ा दी है। खासकर किसानों को दोहरी मार हर बार झेलना पड़ता है। हजारों एकड़ में हर साल धान की फसल बर्बाद हो जाती है। इस बार भी अधिकांश खेतों में किसान धान की रोपनी कर ली है, लेकिन बाढ़ की संभावना से चिता बढ़ा दिया है। हरिणे गांव के पिकू झा, संजय साह, सुरेंद्र साह सहित अन्य किसानों ने बताया कि हरलाखी क्षेत्र नेपाल से सटे होने के कारण सबसे पहले हर साल प्रभावित होता है।

कमलावरपट्टी, इटहरवा, रानीपट्टी, हरिणे, नहरनियां, कसेरा, दुर्गापट्टी, पिपरौन सहित अन्य गांव के हजारों एकड़ में लगे धान की फसल बर्बाद हो जाती है। बाढ़ पूर्व नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है। जिस कारण लोगों में आक्रोश है। शहर से लेकर गांव तक विगत कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण शहरी एवं ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर जलजमाव हो गया है। इससे लोगों को आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जयनगर नगर पंचायत के विभिन्न वार्डो में जलजमाव के कारण शहर के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीण इलाकों में भी एक गांव को दूसरे गांव से जोड़ने वाली सड़क के जर्जर हाल में रहने से लोग परेशान है। कई पंचायतों में एक गांव का दूसरे गांव से सड़क संपर्क भंग हो गया है। एनएच-104 पर छतौनी से देवधा तक सड़क पर कीचड़ के फैल जाने से हरलाखी एवं बासोपट्टी का अनुमंडल मुख्यालय जयनगर से सड़क संपर्क भंग है। बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन लापरवाह है। ऐसी स्थिति लगभग दो माह से अधिक समय से बना हुआ है। स्थानीय पदाधिकारी भी कोई पहल नहीं कर रहे हैं।

मधुबनी से सुमित कुमार की रिपोर्ट

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