सिटी पोस्ट लाइव : रविवार को एनआईटी पटना ने पूर्ववर्ती छात्र समिति का वार्षिक मिलन समारोह कैंपस परिसर में घूम धाम से मनाया. इस बार नीतीश कुमार का एनआईटी कॉलेज में 50 वर्ष पूरे हो जाने पर गोल्डन जुबली वर्ष भी मनाया गया. इस अवसर पर साल 1962-63, 1973 एवं 1992-93 नामांकन बैच के अभियन्ताओं को डायमंड जुबली, गोल्डेल जुबली एवं सिल्वर जुबली सदस्यों के रूप में सम्मानित किया गया.इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सम्मलित हुए. नीतीश कुमार के साथ ही उनके इंजीनियरिंग के समय के सभी दोस्त मौजूद थे. नीतीश कुमार सभी साथियों के अपने हाथों से मोमेंटो भी दिया.
नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब हमें यहां बुलाया गया तब हमारे पास समय का अभाव था क्योंकि हम 5 जनवरी से समाधान यात्रा कर रहे हैं.लेकिन, मैंने सोचा कि ऐसा मौका हाथ से नहीं जाने दे सकते. उन्होंने कहा कि हमलोग जब पढ़ते थे तब कोई लड़की नहीं पढ़ती थी. पूरे कॉलेज में छात्रों की संख्या मात्र 500 थी. कोई महिला आती थी तो बच्चा के साथ ही शिक्षक भी देखने लगते थे. हमने इंजीनियरिंग और मेडिकल हर क्षेत्र में महिला को आगे आने का मौका दिया. हम हर क्षेत्र में 1/3 महिला को रिजर्वेशन मिले. महिलाओं को पढ़ने के लिए हमने हमेशा सुविधा दी है.
उन्होंने कहा कि पटना यूनिवर्सिटी को तो नहीं कर पा रहे केंद्रीय तो कम से कम बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज को तो एनआईटी बनाइए. तब जाकर इसे एनआईटी बनाया गया. अभी यहां 4,500 छात्र पढ़ रहे है और हम चाहेंगे की यहां 9000 बच्चें हो जाए. इस कॉलेज को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से जितना मदद की जरूरत होगी हम करेंगे. पटना का एनआईटी देश में सबसे बड़ा होगा.प्रो संतोष कुमार ने कहा की मैं चाहता हूं की नीतीश कुमार जब प्राइम मिनिस्टर बन जाए तब भी एनआईटी में आते रहे.