सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लम्बे समय बाद बिहार आए. पटना पहुंचने के बाद वो सबसे पहले जहां पार्टी दफ्तर पहुंच राजद के स्थापना दिवस पर बैठक की तो वहीं आज वे अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर पहुंचे. जहां उनका जमकर विरोध हुआ. दरअसल तेजस्वी यादव चुनाव के बाद पहली बार राघोपुर पहुंचे थे. बाढ़ और कटाव कि समस्याओं का जायजा लेने अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचे थे. लेकिन राघोपुर पहुँचते ही युवाओं ने उन्हें काला झंडा दिखाया. यही नहीं लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तेजस्वी यादव वापस जाओ के नारे लगाए.
तेजस्वी यादव पर आरोप है कि वे अक्सर समस्याओं के वक्त बिहार से गायब हो जाते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जब कोरोना के वक्त हम मर रहे थे तो उस वक्त तेजस्वी यादव की कोई खोज खबर नहीं थी. उनकी तरफ से किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिली. यही नहीं उन्होंने कहा कि जब भी विपदा आती है तो तेजस्वी यादव जिन्हें उनके विधानसभा के लोगों ने नेता चुना गायब हो जाते हैं. यही वजह है कि लोगों में इसे लेकर आक्रोश है.
बताते चलें कोरोना काल में न सिर्फ तेजस्वी बल्कि कई ऐसे सांसद और विधायक आपने क्षेत्र से गायब रहें . गया से लेकर बेगूसराय, यहां तक कि तेजस्वी यादव के भी लापता वाले पोस्टर लगाये गए. हालांकि इतनी किरकिरे के बाद कई नेता तो अपने क्षेत्र पहुंचे लेकिन तेजस्वी महीनों बाद आज अपने क्षेत्र पहुंचे हैं. अब देखना है कि इस काले झंडे वाले प्रकरण को सत्ता पक्ष कैसे लेती है. क्योंकि सत्ता पक्ष भी हमेशा उनके बिहार में न रहने को लेकर सवाल उठाते ही रहती है.
वैशाली से रवि कुमार मिश्रा की रिपोर्ट