सिटी पोस्ट लाइव : RJD नेता तेजस्वी यादव अपने भाई तेजप्रताप यादव और सहयोगी दलों के दबाव में आने के लिए तैयार नहीं हैं. विधान सभा के उप-चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस को ठेंगा दिखा दिया और अब विधान परिषद् के चुनाव में भी उन्होंने अपने बड़े भाई तेजप्रताप की धमकियों को नजर अंदाज करते हुए कांग्रेस को उसकी औकात बता दी है. सूत्रों के अनुसार तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने विधान परिषद चुनाव (Bihar Vidhan parishad chunav) के लिए आरजेडी (RJD) के प्रत्याशी तय कर लिए हैं. अब केवल इन प्रत्याशियों के नाम पर आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव (Lalu yadav) की मुहर लगनी बाकी है.
गौरतलब है कि उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने भी विधान परिषद् चुनाव को लेकर दबाव बनाने की कोशिश की थी.लेकिन तेजस्वी यादव ने बड़े भाई तेजप्रताप यादव की ओर से 6 सीटों की डिमांड को नजरअंदाज कर दिया है.बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए आरजेडी ने महागठबंधन के घटक दल आरजेडी की मांग को नजरअंदाज कर अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं. हाल ही में कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीट पर हुए उपचुनाव की तरह आरजेडी ने कांग्रेस की मांग को दरकिनार कर खुद से ही अपनी पार्टी के नाम लगभग तय कर लिए हैं.
सूत्रों के अनुसार तेजस्वी यादव ने पश्चिमी चंपारण से इंजीनियर सौरभ कुमार को,रोहतास से कृष्ण कुमार सिंह को,सीतामढ़ी से खब्बू खिरहर,दरभंगा से उदय शंकर यादव को, वैशाली से सुबोध कुमार, औरंगाबाद से अनुज कुमार सिंह, गया से रिंकू यादव,मुंगेर से अजय सिंह और भोजपुर से अनिल सम्राट को उम्मीदवार बनाने का फैसला ले लिया है.माना जा रहा है कि इन नामों के अलावा कुछ और सीटों के लिए तेजस्वी यादव ने आरजेडी के MLC कैंडिडेट तय कर लिए हैं. हालांकि लालू यादव की हामी के बाद ही इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी.
सूत्रों का कहना है कि पूर्वी चंपारण से बब्लू देव और महेश्वर सिंह , नवादा से श्रवण कुमार, कोसी से डॉक्टर. अजय सिंह और सिवान से विनोद जायसवाल को MLC चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाने पर भी विचार किया जा रहा है. हालांकि इन सीटों पर किसे प्रत्याशी बनाया जाएगा इसपर तेजस्वी यादव ने अंतिम फैसला नहीं लिया है.
गौरतलब है कि बिहार विधान परिषद (MLC) की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को देखते हुए तेज प्रताप यादव ने अपने समर्थकों के लिए सीट की डिमांड रख दी थी. तेज प्रताप यादव ने कहा था कि MLC चुनाव में उन्हें अपने समर्थकों के लिए 25 फीसदी सीटें चाहिए.लालू के बड़े बेटे MLC की छह सीटें अपने समर्थकों के लिए चाहते हैं. तेजप्रताप यादव के खास प्रशांत यादव ने कहा कि अगर आरजेडी विधान परिषद की 6 सीटें छात्र जनशक्ति परिषद को देती है तो छात्र जनशक्ति परिषद का पूरा समर्थन आरजेडी के बाकी उम्मीदवारों को मिलेगा.
तेजप्रताप यादव ने यहांतक कह दिया है कि आरजेडी को समझना चाहिये कि श्रीकृष्ण रूपी तेज प्रताप यादव के बिना जीत असंभव है. इसका सबूत दो सीटों पर हुए विधानसभा के उपचुनाव में मिल चुका है. कुछ दिनों पहले तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर उपचुनाव हुआ था, जिसमें आरजेडी की हार हो गयी थी. तेजप्रताप समर्थक कह रहे हैं कि कृष्ण की नाराजगी के कारण आरजेडी की हार हुई थी.लेकिन तेजस्वी यादव ने उनकी इस मांग को नजर-अंदाज कर ये साबित कर दिया है कि वो किसी के दबाव में नहीं आनेवाले.