तेजस्वी बोले CM नीतीश से – भ्रष्टाचार के भगोड़े को बनाया शिक्षा मंत्री, किसी अल्पसंख्यक को नहीं पूछा

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। तेजस्वी ने शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी पर सरकार की घेराबंदी एक बाऱ फिर तेजकर दी है। एक बाऱ फिर ट्वीट कर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। साथ ही साथ तेजस्वी ने नीतीश सरकार में अल्पसंख्यकों की उपेक्षा का भी आरोप लगाया है।

तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि,

भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में भगौडे आरोपी को शिक्षा मंत्री बना दिया।

अल्पसंख्यक समुदायों में से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया।

सत्ता संरक्षित अपराधियों की मौज है। रिकॉर्डतोड़ अपराध की बहार है।

कुर्सी ख़ातिर Crime, Corruption और Communalism पर मुख्यमंत्री जी प्रवचन जारी रखेंगे।

इससे थोड़ी देर पहले तेजस्वी ने एक और ट्वीट करते हुए कहा था कि तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में IPC 409,420,467, 468,471 और 120B के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है?’

बता दें कि इससे पहले आरजेडी ने ट्वीट करके कहा था कि जिस भ्रष्टाचारी जेडीयू विधायक को सुशील मोदी खोज रहे थे, उसे नीतीश कुमार ने मंत्री पद से नवाजा। वहीं, बिहार के नए शिक्षा मंत्री से पूछताछ के लिए पूर्व आईपीएस अमिताभ दास ने डीजीपी एसके सिंघल को चिट्ठी लिखी है।

गौरतलब है कि तारापुर के नवनिर्वाचित जेडीयू विधायक डॉ मेवालाल चौधरी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया है। राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वह भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे. वर्ष 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। इसके बाद जदयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए। लेकिन, चुनाव जीतने के बाद डॉ चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था। इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी।

मेवालाल चौधरी की पत्नी स्व. नीता चौधरी राजनीति में काफी सक्रिय रही थीं। वह जेडीयू के मुंगेर प्रमंडल की सचेतक भी थीं। 2010-15 में तारापुर से विधायक चुनी गयीं। वर्ष 2019 में गैस सिलेंडर से लगी आग में झुलसने से उनकी मौत हो गयी थी। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में उनसे पूछताछ की मांग की है। इसके लिए उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा है।

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