सिटी पोस्ट लाइव : फिल्म अभिनेत्री कंगना रानौत का आजादी को लेकर दिया गया विवादित बयान इनदिनों बिहार की राजनीति में कहर बरपा रहा है. अपने बेबाक बयानों से सुर्ख़ियों में रहने वाली कंगना पर बिहार नेता और उनके रिश्तेदार तक हमलावर हैं. पहले जहां बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कंगना से पद्मश्री सम्मान वापस लेने की गुहार राष्ट्रपति से की. वहीं लालू यादव की छोटी बेटी रोहिणी आचार्या ने देशद्रोही बता दिया. हद तो तब हो गई जब मांझी की बहु दीपा मांझी ने कंगना को ठेठ अंदाज में कलमुंही, लतखोर और शुर्पणखा की बहन तक कह दी.
वहीं अब लालू यादव के बड़े बेटे राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने कंगना के बहाने भाजपा पर निशाना साधा है. तेज प्रताप ने लिखा जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहे थे, तो यह कह कर की देश को आजादी 2014 के बाद मिली है. देश के खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें. अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घर में जूते चप्पल साफ कर रहे होते.
जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहेथे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहेथे तोयह कह कर की देश को आजादी 2014के बाद मिली है देश के खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घरमें जूते चप्पल साफ कर रहे होते pic.twitter.com/2y4YQyG5e3
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 12, 2021
इसके साथ ही एक कंगना की एक पुरानी तस्वीर शेयर की है. जिसमें वो अपने जूतों और सैंडलों को साफ़ करती दिख रही है. जाहिर है तेज प्रताप का हमला भले ही कंगना पर हो, लेकिन निशाना भाजपा पर है. कहा जाता है कि कंगना भाजपा पार्टी से काफी प्रभावित है. यही वजह है कि उनका ये बयान कि भारत को असली आजादी 2014 में मिली, ये मोदी सरकार के शासन काल शुरू होने पर कही गई है. यही वजह है कि कंगना पूरे देश में सुर्ख़ियों में आ गई है. जबकि नेता से लेकर कई पार्टियां इस बयान का विरोध कर रहे हैं.
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